लापरवाह बिजली अफसरों पर मंत्री के तेवर सख्त
उत्तर प्रदेश सरकार के प्रवक्ता और खादी व ग्रामोद्योग मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने शनिवार क
प्रयागराज : उत्तर प्रदेश सरकार के प्रवक्ता और खादी व ग्रामोद्योग मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने शनिवार को विद्युत विभाग के कार्यो के प्रगति की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने लापरवाह अफसरों और कर्मचारियों पर सख्त तेवर दिखाए। कहा कि बिजली से गरीब, किसान के साथ औद्योगिक विकास होने से लाखों लोगों को रोजगार मिलता है। लिहाजा विद्युत व्यवस्था में लापरवाही ठीक नहीं। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में ट्रासफार्मर खराब होने पर 48 से 72 घटे में मरम्मत या नये ट्रासफार्मर लगाए जाएं।
कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने समीक्षा के दौरान कहा कि 30 माह में योगी सरकार ने विश्वास और विकास का वातावरण तैयार किया है। उन्होंने विद्युत विभाग के चीफ इंजीनियर, अधीक्षण अभियंता, अधिशाषी अभियंता और सहायक अभियंता के साथ विद्युत कार्यो के प्रगति की समीक्षा के दौरान कार्य के प्रति गैर जिम्मेदार अधिकारी व कर्मचारियों पर गहरी नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि विधानसभा शहर पश्चिमी के गावों का सर्वे कराकर विद्युतीकरण से आच्छादित किया जाए। ट्रासफॉर्मर बदलने की धीमी प्रक्रिया पर नाराजगी जाहिर की। ट्रासफॉर्मर को गाव तक ले जाने और लाने वाले ठेकेदार का कार्य संतोषजनक नहीं है उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी। अफसरों को चेतावनी दी कि मदारीपुर में बीस दिन से जले ट्रासफार्मर को बदलने के लिए ग्रामीणों से रुपये लेने की घटना दोबारा न हो। इस मामले की अधीक्षण अभियंता को जाच कराने का निर्देश दिया।
उन्होंने कहा कि पिछली दो सरकारों के 10 साल के कार्यकाल में बिजली सिर्फ प्रदेश के पाच वीआइपी जिलों तक सीमित थी। अब ऐसा नहीं है। तहसील मुख्यालयों में 20 घटे और ग्रामीण क्षेत्रों में 16 से 18 घटे बिजली आपूर्ति कैसे हो इसके लिए कार्ययोजना बनाकर प्रस्तुत करें। अभी तक जो गाव या शहरी क्षेत्रों के ट्रासफार्मर जले हैं उन सभी को 15 दिनों के अंदर अवश्य स्थापित हो। साथ ही उपभोक्ताओं को कनेक्शन लेने में असुविधाएं नहीं होनी चाहिए। चीफ इंजीनियर श्री शर्मा ने कहा कि बैठक में उठाये गए सभी बिंदुओं को समय पर पूरा किया जाएगा।
बैठक में चीफ इंजीनियर विद्युत, अधीक्षण अभियंता राकेश कुमार के अलावा शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों के वितरण, वर्कशाप व स्टोर के अधिशाषी अभियंता, सहायक अभियंता मौजूद रहे।