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अली या हुसैन के बीच अकीदत के साथ निकाला गया ताजिया का जुलूस Prayagraj News

शहर के साथ ही ग्रामीण इलाकों व प्रतापगढ़ और कौशांबी में मोहर्रम अकीदत के साथ मनाया गया। जुलूस निकाले गए जो कदीमी रास्‍तों से होते हुए करबला पहुंचे। वहां ताजिया के फूल दफनाए गए।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Tue, 10 Sep 2019 06:48 PM (IST)Updated: Tue, 10 Sep 2019 06:48 PM (IST)
अली या हुसैन के बीच अकीदत के साथ निकाला गया ताजिया का जुलूस Prayagraj News

प्रयागराज, जेएनएन। मोहर्रम की दसवीं तारीख को इलाके से ताजिये का जुलूस निकाला गया। जुलूस कदीमी रास्तों से निकला। इसमें हुसैन के शैदाइयों ने मातम व सीनाजनी की। रास्ते भर या अली या हुसैन के नारे लगते रहे। जुलूस विभिन्न इलाकों से गुजरते हुए कर्बला पहुंचा, जहां ताजिये के फूल को दफन कर इसाले सवाब के लिए दुआ की गई। वहां हजारों की भीड़ जुटी रही।

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लालगोपालगंज कर्बला में जुटे अकीदतमंद, पहुंचता रहा ताजिया जुलूस

परंपरागत ढंग से कस्बा समेत आसपास क्षेत्र के अलावा प्रतापगढ़ सीमा पर बसे गांवों के ताजियादार अपनी ताजिया लेकर स्थानीय कर्बला के इमाम चौक पर रखे। उनके साथ दर्जनों अंजुमनें मातम करते हुए कर्बला पहुंची। जुलूस का सिलसिला एक बजे दोपहर से आना शुरू हो गया जो देर शाम तक कर्बला में सलातो सलाम के बाद जुलूस समाप्त हुआ।

निकाला गया ताजिया का जुलूस, किया गया मातम

लालगोपालगंज में नवीं मुहर्रम को इमामे हुसैन के साथ उनके साथ शहीद 71 निहत्थे साथियों को खिराज-ए-अकीदत पेश करने के लिए कस्बा समेत आसपास के दर्जनों इमामे चौक पर अकीदत व एहतराम के साथ ताजिया रखी गईं। नौहा ख्वानी के साथ मातम किया। लालगोपालगंज कस्बा के विभिन्न मोहल्लों में इमामे चौक पर देर रात ताजिया रखने के बाद अजादरों ने सीनाजानी की। कर्बला के शहीदों को खेराज-ए-अकीदत पेश किया गया। चौक पर ताजिया रखने के बाद फातिहा ख्वानी, लंगर और सबील तक्सीम करने का देर रात तक सिलसिला जारी रहा। इमामगंज, राजागंज समेत अन्य अंजुमनों ने भोर में जुलूस निकालकर मातम करते हुए तखत गांव खानजहानपुर पहुंचे। जहां इमामे चौक पर दूसरे मोहल्लों की पहुंची ताजिया इमामे चौक पर बारी-बारी रखी गईं। ताजियादार अपने मोहल्ले का जुलूस और ताजिया की अगुवाई किया। सुरक्षा के मद्देनजर देर रात तक प्रशासनिक अधिकारी और पुलिस बल के साथ पीएसी के जवान सारी रात गश्त करते रहे।

कुंडा के शेखपुर में भारी फोर्स के साथ निकाले गए ताजिए

प्रतापगढ़ जिले के कुंडा कोतवाली क्षेत्र के शेखपुर आशिक गांव में मोहर्रम के दिन पूर्व मंत्री रघुराज प्रताप ङ्क्षसह के पिता उदय प्रताप ङ्क्षसह भंडारा करते हैं। दो साल से इसकी अनुमति प्रशासन नहीं दे रहा है। इस बार भी प्रशासन ने भंडारे की अनुमति नहीं दी। इससे शेखपुर में तनाव व्याप्त है। पुलिस ने उदय प्रताप को नजर बंद कर दिया है। भदरी कोठी और शेखपुर में भारी संख्या में फोर्स तैनात कर दी गई है। यहां भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच ताजिया का जुलूस निकाला गया।

मुहर्रम पर अखाडों ने दिखाए करतब 

प्रतापगढ़ में अकबरी अखाड़ा सुखपाल नगर और अकबरी अखाड़ा कटरा मेदनीगंज ने मोहर्रम का जुलूस निकालकर कटरा बाजार में अपना अपना कौशल दिखाया। हजारों के बीच में कटरा मेदनीगंज के अखबरी अखाड़ा के सईद उस्ताद हाजी बरकतउल्ला, मुस्ताक अहमद, मुख्तार अहमद, जावेद अख्तर, मोहम्मद इमरान, सुखपाल नगर से अकबरी अखाड़े के उस्ताद खलीफा नन्हे उस्ताद, रज्जन अली, सद्दाम हुसैन साजिद, माजिद, रमजान आदि ने करतब दिखाकर उपस्थित भीड़ को आकर्षित किया। इस मौके पर समाजसेवी अजय कुमार गुप्ता ,तबारक हुसैन इदरीशी, सिराजुल हक लल्लू भाई का  काफी योगदान रहा। चप्पे चप्पे पर पुलिस  तैनात रही।

सख्‍त पहरे के बीच निकला मोहर्रम का जुलूस

मंगलवार को मोहर्रम जुलूस प्रतापगढ़ के कुंडा में निकला। वहीं भदरी महल पर पुलिस का सख्त पहरा था। वहां के महाराज उदय प्रताप सिंह नजर बंद रहे। भारी पुलिस फोर्स के साथ एसडीएम और सीओ की अगुवाई में दोपहर दो बजे कड़ी सुरक्षा के बीच ताजिया उठाया गया। ताजिया के साथ चल रहा जुलूस अपराहन तीन बजे तक विवादित हनुमान मंदिर स्थल से आगे की ओर बढ़ा। प्रशासन सतर्क था। पिछले दो साल से मोहर्रम के ही अवसर पर पूर्व मंत्री रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया के पिता उदय प्रताप सिंह द्वारा विवादित हनुमान मंदिर पर पूजा अर्चना की जाती है। इस मौके पर बड़ी संख्या में लोग जुटते हैं और प्रसाद का वितरण होता है। ऐसे में तनाव की स्थिति को देखते हुए पिछले दो साल से उदय प्रताप सिंह को नजरबंद कर दिया जाता है। भारी पुलिस फोर्स के बीच मोहर्रम का जुलूस निकाला जाता है।

करबला में ताजिए के फूल दफनाए गए

कौशांबी जनपद में भी मुहर्रम की दसवीं का जुलूस मंगलवार को जिला मुख्यालय मंझनपुर समेत अन्य स्थानों से निकाला गया। जुलूस में अजादारों ने मजलिस पढ़ी, मातम किया गया। सभी ताजिये करबला लाए गए, जहां फूल दफन किया गया। मंझनपुर के हजरतगंज मोहल्ला स्थित सिब्ते हसन रिजवी के अजाखाने से दोपहर में मोहर्रम का जुलूस निकाला गया। इसी प्रकार करारी, सरायअकिल, कड़ा, पुरखास, मूरतगंज आदि स्थानों ने ताजिया के साथ जुलूस निकला गया। सुरक्षा व्यवस्था को लेकर जिला व पुलिस प्रशासन अलर्ट रही।


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