विहिप नेता पर हमला मामला : बरेली जेल में संतोष यादव से पूछताछ की तैयारी Prayagraj News
रंगदारी न देने के कारण विहिप नेता पर शूटरों से हमला कराया गया था। पुलिस का शक नैनी जेल से बरेली शिफ्ट किए गए कुख्यात अपाराधी संतोष यादव पर है। उससे पूछताछ की जाएगी।
प्रयागराज, जेएनएन। 10 लाख रुपये रंगदारी न देने पर विहिप नेता विजय अग्रवाल को तीन गोली मारे जाने के मामले में पुलिस बरेली जेल में बंद कुख्यात संतोष यादव से पूछताछ करने जाएगी। विहिप नेता पर 20 जून को झूंसी स्थित दुकान में घुसकर शूटरों ने हमला किया था। यह साजिश नैनी जेल में बंद बदमाश संतोष यादव ने रची थी। इसी के चलते उसे नैनी सेंट्रल जेल से बरेली जेल शिफ्ट किया गया। शूटरों का अब तक सुराग नहीं मिल सका है। पुलिस का मानना है कि संतोष से पूछताछ कर शूटरों तक पहुंचा जा सकता है। साथ ही उसका वारंट भी रिकॉल कराया जाएगा।
विहिप नेता के भतीते से 10 लाख रुपये मांगी गई थी रंगदारी
विहिप नेता पर हमले से पहले उनके भतीजे रतन अग्रवाल से 10 लाख रुपये रंगदारी मांगी गई थी। रंगदारी की मांग नैनी जेल में रहे संतोष यादव ने की थी। रकम देने से इन्कार करने पर पूर्वांचल के शूटरों के जरिए विहिप नेता पर हमला कराया गया। मामले में संतोष यादव नामजद हुआ। पुलिस की रिपोर्ट के मुताबिक वह नैनी सेंट्रल जेल में रहकर अपराधिक गतिविधियां चला रहा था। इसी रिपोर्ट के बाद उसे बरेली जेल शिफ्ट किया गया। पुलिस की तीन टीमें वाराणसी, गाजीपुर, सुल्तानपुर में छापामारी करती रहीं लेकिन शूटर पकड़े नहीं जा सके।
यहां के कई थानों में संतोष पर दर्ज हैं केस
संतोष पर प्रयागराज के कई थानों में केस दर्ज है। पुलिस वारंट रिकॉल कराके भी संतोष को घेरने की कोशिश में है। पुलिस को शक है कि उसने ही झूंसी में पूर्व जिला पंचायत सदस्य अशोक यादव पर हमला कराया, जिसमें कार्बाइन का इस्तेमाल हुआ था। सीओ दारागंज आदेश त्यागी के मुताबिक, विहिप नेता पर हमला संतोष ने ही कराया है। वह सब कुछ जानता है। उससे पूछताछ पर सारे राज खुल जाएंगे। कोशिश है कि जेल में ही पूछताछ हो जाए।