Move to Jagran APP

जांच में प्रवर्तन निदेशालय के शिकंजे में कई और आएंगे Prayagraj News

नैनी स्थित शुआट्स के तीन खातों के जरिए एक्सिस बैंक से 23.40 करोड़ रुपये का घोटाला किया गया था। बैंक के अधिकारियों ने गोलमाल पकड़ा तो सिविल लाइंस थाने में मुकदमा दर्ज कराया।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Thu, 04 Jul 2019 09:18 PM (IST)Updated: Fri, 05 Jul 2019 10:10 AM (IST)
जांच में प्रवर्तन निदेशालय के शिकंजे में कई और आएंगे Prayagraj News
जांच में प्रवर्तन निदेशालय के शिकंजे में कई और आएंगे Prayagraj News

प्रयागराज,जेएनएन। सैम हिग्गिनबॉटम युनिवर्सिटी ऑफ एग्रीकल्चरल एंड साइंस (शुआट्स) के खातों से हुए 23 करोड़ के घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की जांच तेज हो गई है। एसआइटी की जांच, गिरफ्तारी के बाद ईडी ने मनी लॉड्रिंग एक्ट के तहत केस दर्ज कर शुआट्स अफसरों की संपति का ब्योरा जुटाया है। इसमें शुआट्स के कुलपति आरबी लाल, निदेशक प्रशासन विनोद बी लाल समेत कई अधिकारियों पर केस दर्ज है।

अब ईडी ने एक्सिस बैंक के रिलेशनशिप ऑफिसर कमाल एहसन और शुआट्स के एकाउंटेंट राजेश कुमार सिंह की 4.58 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त (अटैच) कर दी है। संपत्ति की जांच में तमाम बड़े लोग प्रवर्तन निदेशालय के शिकंजे में आएंगे।

loksabha election banner

2013 से लेकर 2016 तक नैनी स्थित शुआट्स के तीन खातों के जरिए एक्सिस बैंक से 23.40 करोड़ रुपये का घोटाला किया गया था। बैंक के अधिकारियों ने गोलमाल पकड़ा तो सिविल लाइंस थाने में मुकदमा दर्ज कराया। बैंक के रिलेशनशिप ऑफिसर कमाल एहसन और शुआट्स के एकाउंटेंट राजेश कुमार को मुख्य आरोपित बनाया गया था। क्राइम ब्रांच ने जांच शुरू कर दोनों आरोपितों को जेल भेजा। एक्सिस बैंक के अधिकारियों ने अपनी जांच रिपोर्ट में बैंक के 13 अधिकारियों-कर्मचारियों की मिलीभगत पाई।

पुलिस ने पूर्व ब्रांच हेड सौरभ जायसवाल, सीनियर मैनेजर सचिन सोनी व डिप्टी मैनेजर अंकुर मित्तल समेत 11 आरोपितों को जेल भेजा  था। इसके बाद एक्सिस बैंक प्रबंधन ने 11 कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया था। इसके बाद हाईकोर्ट के आदेश पर जांच के लिए एसआइटी का गठन हुआ। एसआइटी ने शुआट्स के रजिस्ट्रार रॉबिन एल प्रसाद, वित्त नियंत्रक बर्नावस एस लाल, उप वित्त नियंत्रक अजय डेविड और फाइनेंसियल मैनेजमेंट डायरेक्टर स्टीफेन दास समेत अन्य अधिकारियों को जेल भेजा। कुलपति आरबी लाल और विनोद बी लाल को भी आरोपित बनाया गया।

मुख्यमंत्री तक शिकायत पहुंची कि घोटालों के आरोपितों ने उन्हीं रुपये से अपने, रिश्तेदारों के नाम संपत्ति खरीद ली है। शिकायत पर प्रवर्तन निदेशालय ने मनी लॉड्रिंग का केस दर्ज कर कुलपति आरबी लाल समेत अन्य अफसरों की संपति का ब्योरा जुटाया। ईडी के असिस्टेंट इनवेस्टीगेशन अफसर एचबी पांडेय प्रयागराज में संपत्ति की जांच को आए। माना जा रहा है कि ईडी अभी कई और रसूखदार लोगों की संपत्ति जब्त करेगी। फिलहाल हाईकोर्ट के आदेश पर जांच सीओ आलोक मिश्र के पास है। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.