घरवालों ने कहा, भावी इंजीनियर को पुलिस ने बनाया लुटेरा
वह बोलेरो चलाकर परिवार का खर्च उठाता था। पुलिस ने उसे लुटेरा गैंग का सदस्य बताते हुए पकड़कर उसे जेल भेज दिया। यह कहना है भुक्तभोगी के पिता का।
प्रयागराज : उसने पॉलीटेक्निक से सिविल इंजीनियरिंग से डिप्लोमा किया। नौकरी न मिली तो घरवालों ने उसे बोलेरो दिलवा दिया। बुकिंग करके वह घर का खर्च चला रहा था। एक दिन उसे पुलिस ने पकड़ लिया और लुटेरों के गैंग का सदस्य बताते हुए जेल भेज दिया। दूसरे दिन परिजनों को पता चला तो वह परेशान हो गए। उनका कहना है कि पुलिस ने उसे बेवजह फंसा दिया है, वह तो निहायत शरीफ इंसान है। इसकी जांच भी कराई जा सकती है।
पुलिस ने पकड़कर लुटेरों के गैंग के साथ जेल भेजा
नैनी कोतवाली क्षेत्र के मामा भांजा तालाब स्थित घर से दो दिन पहले बोलेरो लेकर निकले विकास यादव पुत्र गिरधर यादव को लुटेरा गैंग के साथ पुलिस ने जेल भेज दिया। चंदौली निवासी गिरधर यादव कोतवाली के धनुआ गांव में मकान बनवाया है, जहां उनका परिवार रहता है। उनके बेटे विकास यादव ने दो साल पहले एक निजी पॉलीटेक्निक से सिविल इंजीनियङ्क्षरग से डिप्लोमा किया है। जॉब न मिलने से विकास परेशान रहता था। परिवार वालों ने उसे बोलेरो दिलवा दिया, जिसे वह बुकिंग पर चलाता था। रविवार सुबह छह बजे वह बुकिंग के लिए गाड़ी लेकर निकला था। रात में वापस लौटते समय पुलिस ने उसे उठा लिया।
मोबाइल भी पुलिसवालों ने बंद कर दिया, दर्ज कराई थी गुमशुदगी
विकास का मोबाइल पुलिस वालों ने लेकर बंद कर दिया था। वह अपने घर सूचना भी नहीं दे सका था। देर रात उसके वापस न लौटने पर परिवार वाले परेशान हो गए। सुबह मां दुर्गावती देवी ने कोतवाली में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। मंगलवार को जिले के कप्तान ने प्रेसवार्ता के दौरान विकास को बोलेरो समेत लुटेरा गैंग में शामिल दिखाया तो परिजनों के पैरों तले से जमीन खिसक गई।
विकास के पिता ने बेटे को बेगुनाह बताया
इस बाबत विकास के पिता गिरधर यादव ने बताया कि उसका बेटा अपने काम से काम रखता है। वह बोलेरो को बुकिंग में चलाता है। पुलिस उसे किस आधार पर गैैंग में दिखा रही है उनकी समझ से बाहर है। पुलिस उन्हें बेटे से मिलने भी नहीं दे रही।
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