Coronavirus : प्रतापगढ़ और प्रयागराज में मिले 18 नए पॉजिटिव केस Prayagraj News
प्रतापगढ़ में सात में से छह कोरोना वायरस के पॉजिटिव मरीज रानीगंज तहसील के बसहा गांव के ही हैं। गांव का एक युवक 12 मई को मुंबई से आया था।
प्रयागराज, जेएनएन। कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों का आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है। मंगलवार की देर रात तक प्रयागराज में सात और प्रतापगढ़ में 11 नए पॉजिटिव केस सामने आए। हालांकि इस दिन किसी की मौत नहीं हुई। वहीं दूसरी ओर कौशांबी में एक मरीज स्वस्थ होने के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया है।
प्रतापगढ़ में सात में छह पॉजिटिव केस रानीगंज में एक ही गांव के
प्रतापगढ़ में सात में से छह कोरोना वायरस के पॉजिटिव मरीज रानीगंज तहसील के बसहा गांव के ही हैं। गांव का एक युवक 12 मई को मुंबई से आया था। तबीयत खराब होने पर जांच की गई तो वह 18 मई को कोरोना पॉजिटिव निकला। उसके भाई के दो बच्चों सहित परिवार के चार सदस्य तथा पड़ोस के दो व्यक्ति भी संक्रमित मिले हैं। सातवां मामला संग्रामगढ़ का है। मंगलवार की देर रात चार ओर नए केस आए। इस जिले में 71 केस हो गए हैं। इनमें से तीन की मौत हो चुकी है जबकि एक्टिव केस 35 हैं। वहीं प्रयागराज में कुल 76 केस हो गए हैं।
क्वारंटाइन सेंटर पहुंचे अफसर, मिली खामियां
कालिंदीपुरम स्थित जिस क्वारंटाइन सेंटर में दो लोगों की मौत के मामले ने तूल पकड़ा तो विभिन्न विभागों के उच्चाधिकारियों की टीम ने वहां पहुंचकर जायजा लिया। अफसरों को सेंटर मेें भारी अव्यवस्था दिखी, जिसे दूर करने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए। डीएम भानुचंद्र गोस्वामी के निर्देश पर एडीएम प्रशासन विजय शंकर दुबे, सिटी मजिस्ट्रेट रजनीश कुमार मिश्र, पीडीए के विशेष कार्याधिकारी आलोक पांडेय, क्वारंटाइन सेंटर के नोडल अधिकारी डॉ. आनंद सिंह निरीक्षण के लिए सेंटर पहुंचे।
मरीजों की सुविधा के लिए प्रबंध करने का निर्देश
अफसरों ने देखा कि पीने के पानी के लिए एक टैैंकर है जो धूप में खड़ा किया गया था। उसे टेंट लगाकर छाया में खड़ा कराने के निर्देश दिए गए। साथ ही साथ ही चार टैैंकर वहां भेजने को कहा गया। सेंटर में जेनरेटर न होने से विद्युत आपूर्ति बाधित होने पर लोगों को गर्मी से परेशानी होती है। इस पर विद्युत विभाग के अफसरों को निर्देश दिए गए कि 24 घंटे बिजली की आपूर्ति सेंटर को किया जाए। मरीजों की सुविधा के लिए पांच स्ट्रेचर, 20 आक्सीजन सिलिंडर बढ़ाने के लिए कहा गया।
कमरों में साफ-सफाई के निर्देश दिए गए
शिफ्टवार प्रत्येक पाली में तीन एमबीबीएस चिकित्सक (एक जनरल फिजीशियन, एक टीबी-चेस्ट फिजीशियन व एक अन्य स्पेशलिस्ट) लगाए जाने के निर्देश दिए गए। सेंटर के कमरों में साफ-सफाई के निर्देश दिए गए। डॉ. रवींद्र कुमार त्यागी ने रोज दो बार सफाई कराने को कहा। कुछ कमरों में एक ही पंखा है, वहां दो-दो पंखे लगाने के निर्देश दिए गए। भोजन की व्यवस्था के लिए कम्युनिटी किचन चलाने को कहा गया।