कौशांबी में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत स्वरोजगार से जुड़ेगीं 17 हजार महिलाएं
राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन योजना के तहत महिलाओं को रोजगार से जोडऩे के लिए समूहों के गठन की प्रक्रिया चल रही है। महिलाओं को प्रशिक्षण देकर हुनरमंद बनाया जाएगा।
कौशांबी,जेएनएन। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन योजना के तहत जिले की 17 हजार महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ा जाएगा। इसके बाद वह आत्म निर्भर होकर परिवार को खर्च चला सकेंगी। प्रथम चरण में तीन विकास खंड क्षेत्र में बेरोजगार महिलाओं का चयन कर 864 समूहों का गठन किया जाएगा। हर समूह में 20 महिलाएं होगी। समूह के गठन की प्रक्रिया तेजी से चल रही हैं। बाद में बैंकों सहायता दिलाई जाएगी। इसके बाद समूह की महिलाएं हजारों कमाएंगी।
जल्द ही 864 समूहों का गठन किया जाएगा
कोराना वायरस की वजह से अधिकतर काम धंधा बंद हो गया है। इससे हजारों लोग बेरोजगार हो गए है। आर्थिक तंगी से जूझना पड़ रहा है। संकट की घड़ी में बेरोजगारों को रोजगार देना शासन की प्राथमिकता में हैं। शासन के निर्देश पर राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन योजना के तहत जिले की 17 हजार महिलाओं को स्वरोजगार से जोडऩे की कवायद तेज कर दी गई है। एनआरएलएम के प्रभारी बिजय कुमार ने बताया कि योजना के तहत महिलाओं को रोजगार से जोडऩे के लिए प्रथम चरण में जनपद के तीन विकास खंडों में विशेष अभियान चलाया जा रहा है। विकास खंड सिराथू, कौशांबी व नेवादा शामिल है। इन विकास खंड़ों में समूहों का गठन करने के लिए ब्लाक मैनेजर को निर्देश दिया है। जल्द ही 864 समूहों का गठन किया जाएगा, जिसमें 17 हजार महिलाएं शामिल होंगी।
समूह की महिलाएं बनेगी हुनरमंद
प्रभारी बिजय कुमार ने बताया कि राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन योजना के तहत महिलाओं को रोजगार से जोडऩे के लिए समूहों के गठन की प्रक्रिया चल रही है। इसके बाद समूहों में शामिल महिलाओं को प्रशिक्षण देकर हुनरमंद बनाया जाएगा। साथ ही बैंकों की सहायता से दिलाकर उन्हें स्वरोजगार से जोड़ा जाएगा। कहा कि इच्छुक महिलाएं स्वरोजगार से जोडऩे के लिए ग्राम रोजगार सेवक व ब्लाक मैनेजर से संपर्क कर सकती हैं।