वंदेमातरम गाने पर प्रयागराज के नैनी जेल में बंदी रहे थे 136 क्रांतिकारी, पढ़िए यह रिपोर्ट
प्रयागराज में सविनय अवज्ञा आंदोलन में काफी लोगों ने भाग लिया था। शहर भर में अंग्रेजों को लेकर लोग आंदोलित थे। उस समय वंदेमातरम की गूंज चारों तरफ थी। अंग्रेजों ने वंदे मातरम गाने को राजद्रोह माना और 136 क्रांतिकारियों को गिरफ्तार कर लिया।
प्रयागराज, जेएनएन। प्रयागराज का नैनी जेल क्रांतिकारियों के साहसिक कारनामों का गवाह रहा है। अंग्रेजों के समय कैदखाना का नाम से मशहूर इस जेल में क्रांतिकारियों को बहुत यातनाएं दी जाती थीं। उन्हें कोड़े से पीटा जाता था। काल कोठरी में रखा जाता था। ऐसे ही 1930 में वंदे मातरम गीत गाने पर 136 क्रांतिकारियों को गिरफ्तार करके नैनी जेल लाया गया था। इन सभी स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों पर अंग्रेजों ने जुल्म ढाया था। उसी दौरान कुछ दिन के लिए जवाहर लाल नेहरू को भी इस जेल मेंं रखा गया था।
क्रांतिकारियों को जेल में दी गई थी यातनाएं
इलाहाबाद विश्वविद्यालय के आधुनिक इतिहास विभाग के अध्यक्ष रहे प्रो.योगेश्वर तिवारी बताते हैं कि प्रयागराज से भी अंग्रेजों के खिलाफ बिगुल फूंका गया था। आनंद भवन इसका केंद्र था। अंग्रेज शासक क्रांतिकारियों के खिलाफ क्रूर व्यवहार करते थे। 1930 में सविनय अवज्ञा आंदोलन के दौरान मदन मोहन मालवीय को दिल्ली से गिरफ्तार करके नैनी जेल लाया गया था। प्रयागराज में सविनय अवज्ञा आंदोलन में काफी लोगों ने भाग लिया था। शहर भर में अंग्रेजों को लेकर लोग आंदोलित थे। उस समय वंदेमातरम की गूंज चारों तरफ थी। अंग्रेजों ने वंदे मातरम गाने को राजद्रोह माना और 136 क्रांतिकारियों को गिरफ्तार कर लिया। इनमें कुछ अंग्रेज भी शामिल थे। इन सभी क्रांतिकारियों पर अंग्रेजों ने काफी जुल्म ढाया था। इन्हें काफी यातनाएं दी गई थी। प्रो.तिवारी बताते हैं कि यह सभी क्रांतिकारी कई माह तक जेल में रहे थे। नैनी जेल में ही काकोरी कांड के आरोपितों राम प्रसाद बिस्मिल, अशफाक उल्लाह खां और रोशन सिंह को भी रखा गया था।
सात माह तक नैनी जेल में एक साथ रहे थे इंदिरा एवं फिरोज
प्रो.योगेश्वर तिवारी बताते हैं कि नैनी जेल में सात माह तक इंदिरा गांधी एवं उनके पति जेल में रहे थे। इनको 11 सितंबर 1942 को जेल लाया गया था। 12 मई 1943 को जेल से रिहा किया गया था। मोती लाल नेहरू, जवाहर लाल नेहरू भी इसी जेल में रहे थे। एक ही परिवार के इतने सदस्यों का नैनी जेल में रहने का प्रमाण कम मिलता है। जवाहर लाल नेहरू 175 दिन तक नैनी जेल में रहे थे। उन्हें 14 अप्रैल 1930 को बंदी बनाकर नैनी जेल लाया गया था।