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'उर्जा देती है गणेश की प्रतिमा'

जासं, इलाहाबाद : गणेश प्रतिमा को विघ्नेश्वर रूप में प्रदर्शित करने का अलग ही महत्व होता है। इससे उर्

By Edited By: Published: Sat, 13 Feb 2016 01:01 AM (IST)Updated: Sat, 13 Feb 2016 01:01 AM (IST)

जासं, इलाहाबाद : गणेश प्रतिमा को विघ्नेश्वर रूप में प्रदर्शित करने का अलग ही महत्व होता है। इससे उर्जा प्राप्त होती है। शुक्रवार को यह बातें इलाहाबाद संग्रहालय में आयोजित दो दिवसीय संगोष्ठी में विशेषज्ञों ने कहीं।

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'भारतीय मानसून और दक्षिण पूर्व एशिया सभ्यताओं का सम्मिश्रण' विषय पर मुख्य वक्ता प्रो.अनामिका रॉय ने अपने शोध रिपोर्ट प्रस्तुत की। उन्होंने गणेश की मूर्ति को विघ्नेश्वर में प्रदर्शित करने और उसपर तांत्रिक प्रभाव को व्याख्यायित किया। इविवि प्राचीन इतिहास विभाग के अध्यक्ष प्रो.उमेश चंद्र चट्टोपाध्याय ने प्रागौतिहासिक काल से लेकर ऐतिहासिक काल तक के मंदिरों की विशेषता बताई। कहा कि उस दौरान तल संरचनाओं में क्रास चिन्ह का विशेष महत्व रहा है। इलाहाबाद संग्रहालय के डा.राजेश मिश्र ने पुरातात्विक, साहित्यिक एवं अभिलेखीय साक्ष्यों की सहायता से कई विशेष मुद्दों पर प्रकाश डाला। दूसरे सत्र में प्रो.यूसी चट्टोपाध्याय ने अध्यक्षता की। इसमें डा.सुनील गुप्ता, डा.प्रियंका चंद्रा, प्रो.वीसी श्रीवास्तव आदि ने विचार व्यक्त किए। प्रो.वीडी मिश्र, डा.श्रीरंजन शुक्ल, डा.संजू मिश्र आदि मौजूद रहे।


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