प्रयागराज के छोटा बघाड़ा में 11 सौ किलोलीटर का बनेगा ओवरहेड टैंक
ओवरहेड टैंक के बन जाने से क्षेत्र के सभी नलकूप उससे जोड़ दिए जाएंगे और फिर उसके जरिए पानी की आपूर्ति होगी। उनका दावा है कि पाइप लाइन बंद होने से रेलवे ट्रैक के पास कुछ घरों में पानी की समस्या है।
प्रयागराज,जेएनएन। अल्लापुर से छोटा बघाड़ा तक बिछी पानी की मेन पाइप लाइन जो पिछले सप्ताह बक्शी बांध पर रेलवे ट्रैक के बीच क्षतिग्रस्त हो गई थी। उस पाइप को फिर से डालने में करोड़ों रुपये का खर्च आने के साथ रेलवे से स्वीकृति भी लेनी पड़ती। इसलिए अब उस पाइप लाइन को अल्लापुर और छोटा बघाड़ा की तरफ बंद कर दिया गया है। लोगों के घरों में जलापूर्ति के लिए अब छोटा बघाड़ा में 1100 किलोलीटर का ओवरहेड टैंक बनाया जाएगा। जलनिगम यह काम जल्द शुरू करेगा और तीन से चार महीने से इसे पूरा कर लिया जाएगा। यह जानकारी सोमवार को जलकल विभाग के महाप्रबंधक हरिश्चंद्र बाल्मीकि ने अपने कैंप कार्यालय में दी।
185 नलकूपों में लगाया गया है स्काडा
उन्होंने कहा कि रेलवे ट्रैक के बीच से पाइप लाइन जाने देने के लिए अगर रेलवे से अनापत्ति प्रमाण पत्र मांगा भी जाता तो कम से कम पांच-छह महीने लग जाते। इसलिए ओवरहेड टैंक के बन जाने से क्षेत्र के सभी नलकूप उससे जोड़ दिए जाएंगे और फिर उसके जरिए पानी की आपूर्ति होगी। उनका दावा है कि पाइप लाइन बंद होने से रेलवे ट्रैक के पास कुछ घरों में पानी की समस्या है, जिसके लिए तीन टैंकर पानी लगातार भेजा जा रहा है। महाप्रबंधक ने बताया कि 185 नलकूपों में स्काडा (सुपरवाइजरी कंट्रोल एंड डेटा एक्विपसन) लगाया गया है और 92 में जलनिगम द्वारा इसे लगाने की कार्रवाई चल रही है। स्काडा के लगने से नलकूप समय से स्वत: चालू हो जाते हैं और तय समय पर बंद हो जाते हैं। इसकी निगरानी के लिए खुसरोबाग मुख्यालय में मास्टर कंट्रोल रूम बना है। इससे यह पता चल जाता है कि कौन नलकूप चल रहा है और कौन बंद है। मुख्यालय के जीर्णोद्धार का काम भी जलनिगम ने शुरू कर दिया है।