बिजली बचत के लिए एएमयू को सम्मानित करेगी योगी सरकार
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय ने बिजली बचत में प्रदेश में दूसरा स्थान पाया है। इसके लिए योगी सरकार पुरस्कृत करेगी।
अलीगढ़ (जेएनएन)। अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय ने बिजली बचत में प्रदेश में दूसरा स्थान पाया है। इसके लिए योगी सरकार पुरस्कृत करेगी। एएमयू देश की पहली केंद्रीय यूनिवर्सिटी है, जिसमें सर्वाधिक 6.5 मेगावाट सौर ऊर्जा पैदा की जा रही है। नए प्लांट लगाकर उत्पादन को बढ़ाया जा रहा है। कुलपति प्रो. तारिक मंसूर ने कामयाबी पर टीम को बधाई दी है।
बिजली बचत में उल्लेखनीय योगदान
एएमयू को यह स्थान प्रदेश के सभी शिक्षण संस्थानों, उद्योगों, भवनों, अस्पतालों व होटलों में बिजली बचत में उल्लेखनीय योगदान पर मिला है। अतिरिक्त ऊर्जा स्रोत विभाग की निदेशक अमृता सोनी ने रजिस्ट्रार को भेजे पत्र में कहा है कि एएमयू को यह स्थान एनर्जी सेविंग कैंपेन के तहत वर्ष 2018 के लिए निर्धारित स्कोर कार्ड पर अर्जित किए गए अंकों के आधार पर दिया गया है। इसके लिए लखनऊ में आयोजित समारोह में विश्वविद्यालय को सम्मानित किया जाएगा।
डॉ. रेहान को पुरस्कार के लिए किया नामित
उत्तर प्रदेश नवीन व नवीकरणीय ऊर्जा विकास अभिकरण ने एनर्जी सेविंग कैंपेन में प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों, उद्योगों, भवनों, अस्पतालों, होटलों व 12वीं कक्षा से ऊपर के शिक्षण संस्थानों को शामिल किया था। कुलपति प्रो. तारिक मंसूर ने इलेक्ट्रिसिटी विभाग के मेंबर इंचार्ज व ग्रीन प्रोजेक्ट यूनिवर्सिटी प्रोजेक्ट के समन्वयक डॉ. मोहम्मद रेहान को पुरस्कार प्राप्त करने के लिए नामित किया है।
ऊर्जा बचत की ली शपथ
जासं, अलीगढ़ : एएमयू के भौतिकी विभाग में ऊर्जा संरक्षण पर आयोजित कार्यक्रम में अध्यक्ष प्रो. तौहीद अहमद व समन्वयक प्रो. बीपी सिंह ने ऊर्जा संरक्षण पर व्याख्यान दिया। कहा, कुलपति के नेतृत्व में ऊर्जा संरक्षण के लिए उठाए गए कदमों के सकारात्मक नतीजे सामने आ रहे हैं। उन्होंने शिक्षकों व छात्रों से कहा कि वे लोगों को ऊर्जा संरक्षण के लिए प्रेरित करें। सभी को ऊर्जा बचत की शपथ भी दिलाई। डॉ. एसएसजेड अशरफ और डॉ. वसी खान को विभाग में एनर्जी मॉनिटर बनाया गया।
यूनियन हॉल कहां पर है, छात्र संघ अध्यक्ष कौन है, नहीं पता
देश-विदेश को राजनीति के तमाम पुरोधा देने वाले एएमयू के यूनियन हॉल के बारे में अगर छात्र न जानें तो बात बड़ी हैरानी भरी लगती है, लेकिन एएमयू में पढऩे वाले तमाम छात्र ऐसे हैं जो यूनियन हॉल के बारे में नहीं जानते वह कैंपस में कहां हैं? छात्र संघ अध्यक्ष, उपाध्यक्ष व सचिव का नाम क्या है ये भी उन्हें नहीं पता। सीनियर कैबिनेट शाहरुख हसन भी यह जानकार हैरान रह गए।
छात्रों के की थी बात
ये वाकया सोमवार का है। शाहरुख हसन ने सुबह 9:30 बजे से दोपहर 12:30 बजे तक आर्ट फैकल्टी में एमए प्रथम वर्ष के एक दिव्यांग छात्र के साथ परीक्षा दी थी। शाहरुख को दिव्यांग छात्र ने राइटर के रूप में साथ लिया था। परीक्षा देने के बाद आर्ट फैकल्टी के सामने शाहरुख ने छात्रों से बात की। उनकी समस्याओं के बारे में पूछा। कहा, आपकी कोई समस्या हो तो यूनियन हॉल आकर बात कर सकते हैं। इस पर कई छात्रों का कहना था कि उन्होंने यूनियन हॉल ही नहीं देखा। छात्रों से जब यूनियन के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष व सचिव के नाम पूछे तो वह ये भी नहीं बता सके। इनमें छात्र ही नहीं कुछ छात्राएं भी थीं। जब उनसे पूछा कि उन्होंने वोट फिर कैसे दिया, तो बोले वो हमने ऐसे ही दे दिया। शाहरुख ने बताया कि यह हैरानी की बात है कि छात्र यूनियन व यूनियन के पदाधिकारियों के बारे में नहीं जाते। मंगलवार को ही एक नोटिस निकलवाया जाएगा, जिसमें सभी पदाधिकारी व कैबिनेट मेंबर के नाम होंगे, ये सभी हॉल में चस्पा कराएंगे।