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जनप्रतिनिधियों की वादाखिलाफी से ओवरब्रिज पर नहीं हुआ काम, शहर में दिनभर जाम

प्रदेश सरकार के साढ़े चार साल बीत गए। एक महीने बाद आचार संहिता लगने की संभावना है। मगर शहर को जाम से मुक्ति नहीं मिली। जबकि शहर और कोल के जनप्रतिनिधियों के घोषणा पत्र में सबसे बड़ा मुद्दा जाम से मुक्ति दिलाने का था।

By Anil KushwahaEdited By: Published: Thu, 09 Dec 2021 07:14 AM (IST)Updated: Thu, 09 Dec 2021 07:14 AM (IST)
शहर में सबसे बड़ी समस्या जाम की है।

अलीगढ़, जागरण संवाददाता। प्रदेश सरकार के साढ़े चार साल बीत गए। एक महीने बाद आचार संहिता लगने की संभावना है। मगर, शहर को जाम से मुक्ति नहीं मिली। जबकि, शहर और कोल के जनप्रतिनिधियों के घोषणा पत्र में सबसे बड़ा मुद्दा जाम से मुक्ति दिलाने का था। क्वार्सी, एटा चुंगी और सारसौल चौराहे पर ओवरब्रिज के निर्माण का वादा किया गया था, मगर साढ़े चार साल में ओवरब्रिज की प्रक्रिया चार कदम भी आगे नहीं बढ़ पाई। शहर में एक भी ओवरब्रिज के निर्माण की नींव तक नहीं रखी गई, ऐसे में शहर भीषण जाम से जूझ रहा है। जनता जाम में फंसकर हाफ रही है। जनप्रतिनिधियों के वायदे कोरे साबित हो रहे हैं।

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जाम का झाम हुआ आम

शहर में सबसे बड़ी समस्या जाम की है। सिकुड़ा शहर, जाम से जूझता रहता है। रेलवे रोड, बारहद्वारी, महावीरगंज की ओर यदि किसी को जाना होता है तो जाम को याद करके उसकी सांसे फूलने लगती है। पांच वर्षों में नया शहर भी जाम से जूझने लगा है। रामघाट-कल्याण रोड पर दिनभर जाम लगा रहता है, ये तब स्थिति है, जब अभी स्कूली बसें नहीं हैं। यदि पहले की तरह स्कूली बसें चलने लगेंगी तो रामघाट-कल्याण मार्ग से तो निकलना मुश्किल होगा। क्वार्सी चौराहा भी जाम में पूरी तरह से जकड़ गया है। उधर, जीटी रोड पर एटा चुंगी के पास और सारसौल चौराहे पर भी जाम लगा रहता है। इन तीनों चौराहों पर यदि ओवरब्रिज बन जाता तो शहर को जाम से कुछ मुक्ति मिलती। कोल विधायक अनिल पाराशर ने क्वार्सी और एटा चुंगी पर आेवरब्रिज के निर्माण कराने का वादा भी किया था। बकायदा प्रस्ताव भी बनवाकर भेजा था, मगर प्रस्ताव पर मोहर नहीं लग सकी। सारसौल चौराहे पर शहर विधायक संजीव राजा भी ओवरब्रिज के निर्माण का वादा किया था, यहां भी ओवरब्रिज नहीं बन सका। इन तीनों स्थानों पर निर्माण की बात तो दूर नींव भी नहीं रखी जा सकी है, जिससे शहरवासियों को उम्मीद हो कि ओवरब्रिज का निर्माण हो सकता है।

जनप्रतिनिधि बोले

सारसौल पर ओवरब्रिज के निर्माण के लिए प्रस्ताव बनाकर भेजा गया है। शासन में कई बार मैंने इस बारे में बात भी की है। मगर, प्रस्ताव पर मोहर नहीं लग पाया। जल्द घोषणा हो सकती है।

संजीव राजा, शहर विधायक

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क्वार्सी और एटा चुंगी दोनों चौराहे का प्रस्ताव पर कभी भी मोहर लग सकती है। वित्त विभाग तक पहुंच गया है। ऐसे में शासन से कभी भी अनुमति मिल सकती है। इसके लिए पूरा प्रयास किया जा रहा है।

अनिल पारशर, कोल विधायक

क्‍या कहती है जनता

सारसौल चौराहे पर दिनभर जाम लगा रहता है। वाहनों की लंबी कतार लगी रहती है। इसके चलते नुमाइश तक का ट्रैफिक प्रभावित हाेता है। मगर, साढ़े चार साल में ओवरब्रिज का निर्माण नहीं हो सका।

रोहित सिंह, सारसौल

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क्वार्सी चौराहे पर ओवरब्रिज का निर्माण होने से रामघाट-कल्याण मार्ग रोड जाम से बचता। क्योंकि ट्रैफिक आसानी से निकल जाता। मगर, ओवरब्रिज कब बनेगा इसकी कोई जानकारी नहीं।

राहुल शर्मा, क्वार्सी

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एटा चुंगी चौराहे का हाल-बेहाल है। दिनभर जाम से यह चौराहा जूझता रहता है। यहां ओवरब्रिज बहुत जरूरी था, मगर उसका निर्माण नहीं हो सका। अभी कितना समय लगेगा कोई पता नहीं।

लक्ष्मीराज सिंह, वैष्णों धाम


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