Janata curfew को अलीगढ़ शाहजमाल धरने की महिलाओं ने नहीं दी तरजीह, बोलीं, कोरोना से नहीं डरते Aligarh News
उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में कोरोना वायरस को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी के जनता कफ्र्यू आह्वान को शाहजमाल में धरने पर बैठी महिलाओं ने नकार दिया।
अलीगढ़ [जेएनएन]: उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में कोरोना वायरस को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी के जनता कफ्र्यू आह्वान को शाहजमाल में धरने पर बैठी महिलाओं ने नकार दिया। शहर मुफ्ती से लेकर प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों ने समझाने का प्रयास किया, लेकिन धरने पर बैठी महिलाओं पर कोई असर नहीं पड़ा। रविवार को शाहजमाल ईदगाह पर धरना जारी रखा।
शहर मुफ्ती की नहीं मानी बात
सीएए को लेकर शाहजमाल ईदगाह के बाहर 54वें दिन भी धरना जारी रहा। शहर मुफ्ती के कहने पर प्रतिनिधिमंडल फिर समझाने पहुंचा, मगर कोई असर ना हुआ। महिलाओं ने कहा कि हमें कोरोना से डर नहीं लगता। डिटेंशन सेंटर से लगता है। जब तक सरकार सीएए को खत्म नहीं करती, तब तक हम धरने से नहीं हटेंगे। पुलिस ने भी अब समझाना का प्रयास छोड़ दिया है।
29 जनवरी से महिलाएं धरने पर
सीएए, एनआरसी और एनपीआर को लेकर 29 जनवरी से महिलाएं धरना दे रही हैं। वहीं कोरोना को देखते हुए चारों ओर सतर्कता बरती जा रही है। ऐसे में शाहजमाल धरने में भी महिलाओं को गुरुवार को समझाने का प्रयास किया गया, लेकिन वह नहीं हटीं। शुक्रवार को भी कुछ लोग समझाने पहुंचे कि 10 दिन के लिए धरना हटा दें तो महिलाओं ने साफ कह दिया कि सीएए खत्म होने के बाद ही हटेगीं। यह भी कहा कि सरकार को अगर हमारी इतनी चिंता है कि धरनास्थल पर कैंप लगवा दें। मास्क और सैनिटाइजर बंटवाया जाए। इधर, मोहल्ले के कुछ लोगों ने धरने पर बैठी महिलाओं को दूर-दूर बैठने की सलाह दी है। इस पर महिलाएं अलग-अलग तखत पर बैठी हैं। साफ-सफाई का ख्याल रखा जा रहा है। महज 15-20 महिलाओं ने धरने का मोर्चा संभाल रखा है। इधर, पुलिस ने अब पूरी तरह से दूरी बना ली है।