अलीगढ़ में प्रसव के बाद महिला की मौत, हंगामा, जानें डाक्टर क्यों है फरार
woman dies after delivery अलीगढ़ के इगलास कस्बा में गौंडा मार्ग स्थित न्यू ज्योति हास्पीटल में प्रसव के बाद महिला की मौत हो गई। मायके वालों ने ससुरालीजनों पर डाक्टर से मिलकर जहर का इंजेक्शन लगाकर हत्या करने का आरोप लगाया है।
अलीगढ़, जागरण संवाददाता। उत्तर प्रदेश के जनपद अलीगढ़ के इगलास कस्बा में गौंडा मार्ग स्थित न्यू ज्योति हास्पीटल में प्रसव के बाद महिला की मौत हो गई। मायके वालों ने ससुरालीजनों पर डाक्टर से मिलकर जहर का इंजेक्शन लगाकर हत्या करने का आरोप लगाया है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।
यह है मामला
गांव टमोटिया निवासी नीरज कुमार पुत्र विशम्भर सिंह का कहना है कि उसकी बहन कविता (25) की शादी जुलाई 2017 में थाना गौंडा क्षेत्र के गांव रफायतपुर निवासी श्याम सिंह पुत्र लक्ष्मण सिंह के साथ हुई थी। मंगलवार की दोपहर करीब 12 बजे प्रसव पीड़ा होने पर कविता को कस्बा के गौंडा मार्ग पथवारी मंदिर के समीप न्यू ज्योति हास्पीटल में भर्ती कराया गया था। दोपहर करीब दो बजे आपरेशन से कविता ने बेटे को जन्म दिया। नीरज का कहना है कि रात्रि करीब 12 बजे बहन के पति श्याम, ससुर लक्ष्मण सिंह व सास ओमवती ने डाक्टर से बात की और इसके बाद डाक्टर ने कविता के इंजेक्शन लगा दिया। इंजेक्शन लगते ही बहन के मुंह से झाग निकलने शुरू हो गए और कुछ समय पश्चात मौत हो गई। मायके पक्ष का आरोप है कि ससुरालीजन शादी के बाद से ही दो लाख रुपये अतरिक्त दहेज की मांग को लेकर बेटी को परेशान करते थे। उसके साथ ससुराल में मारपीट की जाती और कई बार हत्या की साजिश भी रची गई। विदित रहे कि मृतका ने अपने पीछे तीन वर्षीय बेटी परी को छोड़ा है। वहीं उसकी तीन माह की एक बेटी की पहले मौत हो चुकी है। नवजात शिशु को मायके पक्ष ने मथुरा के निजी हास्पीटल में भर्ती कराया है।
शव का कराया पोस्टमार्टम
बुधवार की सुबह सूचना पर कोतवाली पुलिस हास्पीटल पहुंच गई। मौके पर ससुरालीजन, डाक्टर व हास्पीटल का स्टाफ नहीं मिला। पुलिस ने तहसीलदार सौरभ यादव की मौजूदगी में शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। कोतवाल रिपुदमन सिंह ने बताया कि घटना के संबंध में मृतका के भाई नीरज की तहरीर पर पति, सास, ससुर व अज्ञात डाक्टर के खिलाफ धारा 304, 120बी व दहेज उत्पीड़न का मुकदमा दर्ज किया है। आरोपित फरार हैं, उनकी गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है। महिला की मौत का सही कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर होगा।
बिना पंजीकरण के चल रहा था हास्पीटल
बताया जाता है कि कस्बा में न्यू ज्योति हास्पीटल स्वास्थ्य विभाग की छत्रछाया में बिना पंजीकरण के संचालित हो रहा था। हास्पीटल में झोलाछाप डाक्टर द्वारा इलाज किया जाता है। चर्चा है कि बिना किसी एमबीबीएस डाक्टर के ही आपरेशन तक किए जाते हैं। घटना के बाद हास्पीटल के भवन से नाम का बोर्ड भी हटा दिया गया है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा पूर्व में हास्पीटल में छापेमारी की गई थी तब नोटिश दिया गया था। लेकिन इसके बाद आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। क्षेत्र में झोलाछाप डाक्टरों द्वारा दर्जनभर से अधिक हास्पीटल संचालित किए जा रहे हैं।