अलीगढ़ के रेलवे स्टेशन पर लिफ्ट ने चढ़ाया इलाहाबाद मंडल के डीआरएम का पारा
रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर दो पर लिफ्ट निर्माण में तमाम अनियमितताएं देख उलतर मध्य रेलवे इलाहाबाद मंडल का पारा चढ़ गया।
अलीगढ़ (जेएनएन)। लिफ्ट का काम तो आदमियों को चढ़ाने का है, लेकिन इसके निर्माण की खामियों ने सोमवार को यहां आए मंडल रेल प्रबंधक (डीआरएम) अमिताभ का पारा चढ़ा दिया। इसका निर्माण प्लेटफार्म नंबर दो पर नए पुल के नीचे हो रहा है। डीआरएम ने घुसने का गेट संकरा पाया। इससे लिफ्ट लगाने व यात्रियों को जाने में मुश्किल होगी। इसे तुड़वाकर सही कराने के निर्देश दिए। बकौल डीआरएम, एक लिफ्ट इसी माह के अंत तक शुरू हो जाएगी।
डीआरएम महाबोधि एक्सप्रेस के इंजन पर सवार होकर दिल्ली से दोपहर दो बजे यहां पहुंचे। उनके कारण प्लेटफॉर्म नंबर दो पर आने वाली ईएमयू तीन पर ली गई। इससे यात्री ट्रैक क्रॉस करके कूदते-फांदते पहुंचे। स्थिति नियत्रंण में आरपीएफ के पसीने छूट गए। डीआरएम उतरकर सीधे लिफ्ट निर्माण देखने पहुंचे। सहायक विद्युत अभियंता आरके सिंह से ड्राइंग मांगी, पर वह नहीं दे पाए। लिफ्ट कराने वाली मशीन लगाने की जगह पर दीवार खड़ी करने पर नाराजगी भी जताई। कमियों के लिए इंजीनियर व ठेकेदार को हिदायत दी। टूटी बाउंड्री बंद कराने के निर्देश दिए।
पांच घंटे स्टेशन पर रहे डीआरएम शाम सवा सात बजे पूर्वा एक्सप्रेस से इलाहाबाद चले गए। डीआरएम ने बताया कि कानपुर जाते वक्त कानपुर शताब्दी व दिल्ली-हावड़ा मंडुआडीह एक्सप्रेस का दोनों ओर से ठहराव कराने संबंधी सांसद के पत्र को रेलवे बोर्ड को रेफर कर दिया है।
शिफ्ट होगा पूछताछ केंद्र
रेलवे परामर्शदात्री समिति के सदस्य संजय पंडित व शिवनारायण शर्मा के सुझाव पर डीआरएम ने टिकट घर पर ही पूछताछ केंद्र शिफ्ट कराने के निर्देश दिए हैैं। पुराने पुल को प्लेटफार्म नंबर सात तक बढ़ाने का सुझाव भी दिया।
पटरी किनारे से निकलवाया तीन ट्रक कूड़ा
इलाहाबाद से सोमवार को आए पर्यावरण एवं हाउस कीपिंग मैनेजर शिव सिंह, वरिष्ठ मंडल संकेत एवं दूरसंचार इंजीनियर मुकेश कुमार व देवेंद्र सिंह की अगुवाई में रेल पटरियों के किनारे तीन ट्रक कूड़ा निकलवाया। अफसरों ने स्वच्छ भारत, स्वस्थ भारत मिशन के तहत यह सफाई कराई। वहीं, शिव संस्कृति सेवा समिति, आजाद फाउंडेशन व उड़ान सोसायटी ने स्वच्छता रैली निकाली, संकल्प भी दिलाया।