Weather update: होली से पहले बारिश ने उड़ाया किसानों के चेहरे का रंग Aligarh News
मौसम की बेरुखी किसानों के लिए मुसीबत बन गई है। ऐसे वक्त मौसम ने करवट बदली जब खेतों में फसल पकने को तैयार खड़ी हैं।
अलीगढ़ [जेएनएन]: मौसम की बेरुखी किसानों के लिए मुसीबत बन गई है। ऐसे वक्त मौसम ने करवट बदली, जब खेतों में फसल पकने को तैयार खड़ी हैं। गुरुवार रात हुई जोरदार बरसात और ओलावृष्टि ने किसानों की होली बदरंग कर दी। सुबह मौसम साफ होने पर किसान खेतों से पानी निकालने में जुटा, लेकिन शुक्रवार को भी दोपहर बाद बरसात होने से सारी मेहनत पर पानी फिर गया। फसल बिछ गई हैं। गेहूं, आलू, सरसों समेत अन्य फसलें चौपट हो गईं। इगलास, गभाना, गौंडा, विजयगढ़, जलाली, लोधा, कासिमपुर, मडराक में अधिक नुकसान हुआ है। कृषि विभाग 30 से 35 फीसद नुकसान का अनुमान लगा रहा है। बारिश से बेहाल हुए किसान मुआवजे की मांग कर रहे हैं।
बेवक्त बारिश से फसलों को नुकसान
बेवक्त बारिश से फसलों को जनपद के हर क्षेत्र में भारी नुकसान हुआ है। पिछली बारिश से बची गेहूं, आलू व सरसों की फसल को अब बारिश ने बेजार कर दिया। मटर, चना, मसूर आदि दलहनी फसलों पर भी पानी कहर की तरह गिरा है। खेतों में पानी भरने से मिट्टी में आलू के सडऩे की आशंका बढ़ गई है। किसानों का कहना है खेतों से पानी निकाल भी दें तब भी आलू के दागी होने का खतरा है। शीतगृह में भी नहीं रखा जा सकता।
72 घंटे में बीमा कंपनी से करें संपर्क
उप कृषि निदेशक अनिल कुमार ने बताया कि बारिश, ओलावृष्टि से हुए बीमित फसलों के नुकसान के संबंध में किसान 72 घंटे के अंदर बीमा कंपनियों को सूचित कर दें। कंपनी के टोल फ्री नंबर (1800120909090), संबंधित बैंक व राजस्व विभाग में भी संपर्क कर सकते हैं। तहसील स्तर पर बीमा कंपनी के प्रतिनिधियों से संपर्क किया जा सकता है।
ये हैं बीमा कंपनी के प्रतिनिधि
तहसील, प्रतिनिधि, मोबाइल नंबर
कोल, रवि कुमार, 8445201308
खैर, सुनील कुमार, 9627424338
इगलास, मोहित कुमार, 8755538283
गभाना, प्रमोद कुमार, 9258840289
अतरौली, नितिन कुमार, 8218564074
मुख्यालय, अंकुर शुक्ला, 8980034690
किस फसल को कितना नुकसान
फसल, रकबा (हेक्टेयर में), नुकसान (प्रतिशत)
गेहूं, 216500, 35-40
आलू, 27000, 25-30
सरसों, 20100, 35-40
इगलास में 70-80 फीसद नुकसान
इगलास में चार साल से घाटा सह रहे आलू किसानों को इस बार अच्छा मुनाफा होने की उम्मीद थी। लेकिन बारिश ने अरमानों पर पानी फेर दिया। 70-80 फीसद नुकसान माना जा रहा है। गांव बलीपुर निवासी किसान राकेश कुमार सुबह खेत पहुंचे तो यह कहते हुए बैठ गए कि ऊपर वाले यह क्या कर दिया। खेतों में नमी के कारण अब खुदाई भी 10 दिन बाद होगी। नगला जुझार के विजय कुमार ने बताया उनके चार बीघा आलू के खेत में एक फुट पानी भर गया। सुखवीर गौतम ने बताया कि 12 बीघा में आलू बोये हैं। धूप निकलने पर आलू सडऩे लगेंगे।
पानी सूखने में लगेंगे कई दिन
गौंडा : किसान ओम प्रकाश सिंह, रामेश्वर सिंह, उदय भान सिंह, अजीत सिंह, गोपाल शर्मा का कहना है कि खेतों का पानी को सूखने में कई दिन लगेंगे।
गभाना : किसान विनोद कुमार शर्मा ने बताया कि 30 बीघा आलू की फसल की है। 12 बीघा आलू खोदकर बीन लिया। शेष बचे खेत में पानी भर गया है। जिससे आलू पूरी तरह से खराब हो जाएगा। आम की बौर भी झड़ गए हैं।
मुख्यमंत्री से मुआवजे की मांग
भाजपा के पूर्व जिलामंत्री विष्णु गोयल ने एसडीएम अंजनी कुमार को ज्ञापन देकर मुआवजे की मांग की। भारतीय किसान संघ ने तहसीलदार सुरेंद्र सिंह को ज्ञापन देकर सर्वे कराकर मुआवजा व प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का लाभ दिलाने की मांग की। साथ में ब्रज प्रांत के प्रमुख गुलवीर सिंह, जिलाध्यक्ष भगवती प्रसाद शर्मा, कालीचरन शर्मा, यशपाल सिंह, सत्यप्रकाश शर्मा आदि थे। भारतीय किसान यूनियन (टिकैत गुट) ने एसडीएम को दिए ज्ञापन में किसानों के नुकसान की भरपाई कराने की मांग की है। ज्ञापन देने वालों में राष्ट्रीय महासचिव राजपाल शर्मा, रु द्र सिंह, विजयपाल, भारत ङ्क्षहडोल, संतोष सिंह, हाकिम सिंह आदि थे।
यहां भी हुआ नुकसान
लोधा, अकराबाद, जवां, अतरौली, हरदुआगंज, जलाली, खैर इलाकों में भी फसलें खेतों में बिछ गई हैं। मडराक के गांव मनोहरपुर कायस्थ के रमेश ने 15 बीघा जमीन पट्टे पर लेकर आलू की फसल की थी। पूरे खेत में पानी भर गया। कासिमपुर क्षेत्र में किसान आलू की फसल को 15 से 20 फीसद नुकसान मान रहे हैं। विजयगढ़ में खेतों का हाल देख किसान परेशान हैं। मोहकमपुर के किसान मदन सिंह का कहना है कि बैंक से ऋण लेकर 100 बीघा आलू की फसल की थी। खेत में पानी भरने से आलू सड़ जाएगा। करथला के अशोक शर्मा बताते हैं कि आठ एकड़ में आलू बाये थे। भाव अच्छा मिल रहा था। लेकिन खुदाई से पहले कुदरत ने सब चौपट करके रख दिया।
बारिश में 18 फीसद नुकसान
उपकृषि निदेशक अनिल कुमार का कहना है कि पिछली बारिश में 18 फीसद नुकसान हुआ था, लेकिन इस बारिश से नुकसान अधिक है। टीमें भेजी गई हैं। रिपोर्ट मिलने पर ही सही आकलन किया जा सकता है। बीमा कंपनियों को सूचित कर दिया गया है।
ऐसे तो फेल हो जाएगी स्मार्ट सिटी की व्यवस्था
सांसद सतीश गौतम का कहना है कि नगर आयुक्त से शहर की स्थिति के बारे में बात की है। शहर में जलनिकासी के इंतजाम कराने के लिए कहा है। इसके बाद स्मार्ट सिटी का कार्य होगा। क्योंकि जबतक शहर में जलनिकासी ठीक से नहीं होगी तो स्मार्ट सिटी की व्यवस्था फेल हो जाएगी। होली के बाद बैठक करके स्मार्ट सिटी के भी कामों की समीक्षा की जाएगी।