Move to Jagran APP

अलीगढ़ में तीन हजार शस्त्र शौकीनों के अरमानों पर फिरा पानी, ये है वजह

शस्त्र के शौकीन तीन हजार से अधिक लोगों के अरमान धूल में मिल गए है। दरअसल इन आवेदनों की फाइलें कलक्ट्रेट में ही धूल फांक रही है। अधिकांश की रिपोर्ट को भी छह-छह महीने से ज्यादा का समय बीत गया है।

By Sandeep SaxenaEdited By: Published: Wed, 28 Oct 2020 09:22 AM (IST)Updated: Wed, 28 Oct 2020 09:22 AM (IST)
अलीगढ़ में तीन हजार शस्त्र शौकीनों के अरमानों पर फिरा पानी, ये है वजह
महिलाएं भी लाइसेंस के लिए आवेदन में पीछे नहीं हैं।

अलीगढ़, सुरजीत पुंढीर। शस्त्र के शौकीन तीन हजार से अधिक लोगों के अरमान धूल में मिल गए है। दरअसल, इन आवेदनों की फाइलें कलक्ट्रेट में ही धूल फांक रही है। अधिकांश की रिपोर्ट को भी छह-छह महीने से ज्यादा का समय बीत गया है, ऐसे में अब इन्हें दोबारा से तहसील व थाने की रिपेार्ट लगवानी पड़ेगी। महिलाएं भी लाइसेंस के लिए आवेदन में पीछे नहीं हैं। अब तक सैकड़ों महिलाएं आवेदन कर चुकी हैं। इसमें भी अधिकांश आवेदन पिस्टल व रिवॉल्वर के हैं।  

loksabha election banner

दो साल पहले हटी रोक 

अक्टूबर 2018 में प्रदेश सरकार ने लाइसेंस जारी करने की प्रक्रिया पर लगी रोट हटा दी थी। इसके बाद नए लाइसेंसों के आवेदनों की बाढ़ सी आ गई। कलक्ट्रेट स्थित शस्त्र अनुभाग में फॉर्म लेने की भीड़ लग गई। पहले महीने में चार हजार के करीब ज्यादा आवेदन बिक गए। 

रिपोर्ट की मियाद निकली 

जिले में पिछले दो साल में छह हजार से अधिक आवेदन बिके है, लेकिन इसमें रिपोर्ट के बाद वापस करीब चार हजार ही आए। इन आवेदनों में से भी अधिकांश की रिपोर्ट की मियाद छह महीने से ज्यादा की हो गई है। अब महज दो दर्जन आवेदन ही जांच रिपोर्ट फंसे हैं। 

थाने में लगी रोक

 करीब तीन हजार आवेदनों की रिपोर्ट की अवधि समाप्त हो गई है। ऐसे में अब इन आवेदकों को दोबारा से रिपोर्ट लगवानी होगी। वहीं, थाने में सीधे रिपेार्ट के फॉर्म लेने से मना कर दिया गया है। वहीं, डीएम कार्यालय से डाक से असलाह से जुड़ा कोई कागज जा नहीं रहा है। ऐसे में अब आवेदकों के लिए दोबारा से रिपोर्ट लगवाना भी डेढ़ी खीर हो गया है। 

सत्यापन के लिए एसएसपी को लिखा पत्र 

डीएम ने शासन के निर्देश पर पिछले दिनों जिले भर में सभी अपराधिक गतिविधियों में लिप्त लाइसेंस धारकों के थाने से सत्यापन कराने के निर्देश दिए थे, लेकिन एक साल गुजरने के बाद रिपोर्ट नहीं आई है। ऐसे में अब डीएम की ओर से एसएसपी को पत्र भेजा गया है। इसमें तत्काल रिपोर्ट दिलाने की मांग की है। 

महिलाओं को भी चाहिए असलहा  

महिलाएं भी लाइसेंस के लिए आवेदन में पीछे नहीं हैं। अब तक सैकड़ों महिलाएं आवेदन कर चुकी हैं। इसमें भी अधिकांश आवेदन पिस्टल व रिवॉल्वर के हैं।  

पूरी गहनता से आवेदनों की जांच होती है। विरासत, अपराध व खिलाडिय़ों को प्राथमिकता से लाइसेंस मिलता है। वहीं, अपराधिक घटनाओं में लिप्त लोगों के लाइसेंसों को सत्यापन कराया जा रहा है। 

- चंद्रभूषण सिंह, डीएम


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.