भाजपाइयों के उपवास पर आब-ए-जमजम से धोई आंबेडकर प्रतिमा
जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : अक्रूर जयंती समारोह में मेयर मोहम्मद फुरकान के शामिल होने के बाद वा
जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : अक्रूर जयंती समारोह में मेयर मोहम्मद फुरकान के शामिल होने के बाद वाष्र्णेय समाज के कुछ '¨हदूवादी' नेताओं ने प्रतिमा की गंगाजल से धुलाई के बाद सियासी पारा चढ़ गया है। शुक्रवार को बसपा नेता व पूर्व विधायक जमीर उल्लाह खां के नेतृत्व में आंबेडकर पार्क में बौद्ध पूजन किया गया। आंबेडकर प्रतिमा को आब-ए-जमजम (हज यात्रा से लाए गए जल) से धोया गया। कांग्रेस नेताओं ने प्रतिमा को दूध से धोया। बसपाइयों व कांग्रेसियों ने तर्क दिया कि भाजपा के उपवास से पार्क का वातावरण और प्रतिमा अपवित्र हो गई थी, जिसे पवित्र किया गया।
शाम करीब साढ़े चार बजे जमीर उल्लाह कंचन बोधि महाथेरो व बौद्ध भिक्षु सोम महाथेरो के साथ आंबेडकर पार्क पहुंचे। बौद्ध पूजन व पवित्र जल से पार्क का शुद्धिकरण किया। प्रतिभा का जलाभिषेक कर माल्यार्पण किया। नगर निगम के कई पार्षद भी शामिल हुए। पूर्व विधायक ने कहा कि सरकार जनता के दिन अच्छे की बजाय बद से बदतर कर रही है। जाति-धर्म की राजनीति व बाबा साहब के अनुयायियों पर अत्याचार कर रही है। उसके नुमाइंदे महिलाओं तक को नहीं बख्श रहे। वे ही लोग बाबा साहब के प्रांगण में आकर उपवास रखते हैं और अपने विचारों से वातावरण को दूषित करते हैं। भाजपा के उपवास से दूषित हुए वातावरण को शुद्ध करने के लिए यह कार्यक्रम आयोजित हुआ है।
इस मौके पर बाबा फरीद आजाद, बिल्लू चौहान, जितेंद्र राही, इमरान खान, मोहम्मद हफीज अब्बासी, शहाबुद्दीन, मुसर्रफ हुसैन मजहर, फिरोज सद्दाम हारून, माशा अल्लाह, फरहान सलमानी, दीपक चौहान, इमरान घोसी, मोहम्मद आमिर, मोहम्मद रिजवान, मोहम्मद शारिक, रविंद्र पाल सिंह, राजकुमार जाटव, फैजान, मुश्ताक अहमद, नदीम वासू आदि मौजूद रहे।
बसपा ने पल्ला झाड़ा : बसपा जिलाध्यक्ष तिलकराज यादव ने अक्रूर महाराज की प्रतिमा के शुद्धिकरण की निंदा की, मगर जमीरउल्लाह की ओर से किए गए कार्यक्रम से अनभिज्ञता जताई। कहा, यदि ऐसा कोई कार्यक्रम हुआ है तो उसका पार्टी से कोई संबंध नहीं है। व्यक्तिगत रूप से कोई भी अपनी भावनाएं व्यक्त कर सकता है। अक्रूर महाराज की प्रतिमा का शुद्धिकरण ओछी मानसिकता
बसपा पार्षद सायरा बानो व पूर्व पार्षद मोहम्मद हामिद ने मेयर मोहम्मद फुरकान के जाने मात्र से अक्रूर महाराज की प्रतिमा को गंगाजल से धोए जाने की निंदा की है। कहा है कि मेयर के छूने से मूर्ति अपवित्र गई तो ऐसा मानने वाले दलित-मुस्लिमों की बनाई चीजों का इस्तेमाल न करें। रास्ते में उनके शरीर से छू जाएं तो घर जाकर जरूर गंगाजल से नहाएं। मेयर बुलावे पर कार्यक्रम में गए थे। मेयर से भेदभाव निंदनीय : भट्ठा मजदूर एसोसिएशन के अध्यक्ष व बसपा नेता राजेंद्र सिंह निडर ने कहा है कि ¨हदूवादी नेता इंसानियत व भाईचारे के दुश्मन हैं। ऐसे लोगों को अपनी आत्मा गंगाजल से धोनी चाहिए। मेयर से भेदभाव घृणित व निंदनीय है।
अशोभनीय कृत्य : बसपा के पूर्व जिलाध्यक्ष अशोक सिंह ने मेयर के अपमान की निंदा की है। कहा है कि भारतीय संविधान इसकी इजाजत नहीं देता है। कोई धर्म भी यह नहीं सिखाता। कुछ लोगों ने अक्रूर महाराज की मूर्ति का शुद्धिकरण कर अशोभनीय कृत्य किया है।