यमुना का जल स्तर घटने से ग्रामीणों को राहत, पलायन को हो गए थे मजबूर Aligarh News
टप्पल क्षेत्र के गांव महाराजगढ़ शेरपुर रामगढ़ी ऊंटासानी से होकर जाने वाली यमुना नदी का जल स्तर बढऩे से इन गांवों को पानी ने चारों तरफ से घेर लिया था।
अलीगढ़ (जेएनएन)। जट्टारी में तीन दिन से टप्पल क्षेत्र के गांव महाराजगढ़, शेरपुर, रामगढ़ी, ऊंटासानी से होकर जाने वाली यमुना नदी का जल स्तर बढऩे से इन गांवों को पानी ने चारों तरफ से घेर लिया था। रास्तों पर तेज बहाव के कारण ग्रामीणों का आवागमन भी बंद हो गया था, लेकिन गुरुवार रात से यमुना नदी में करीब एक मीटर जलस्तर कम हो गया है, जिससे ग्रामीणों ने राहत की सांस ली।
सामान्य हो रहा है जलस्तर
थाना प्रभारी निरीक्षक अनिल शर्मा ने बताया की यमुना नदी का जलस्तर अब सामान्य होता जा रहा है। अगर हथिनी कुंड बैराज से पानी और छोड़ा जाता है तो भी ग्रामीणों को ज्यादा परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। किसानों की फसलों में भरा हुआ पानी भी अब फसलों से वापस यमुना नदी में जाने लगा है। अब ग्रामीणों को पशुओं के चारे की समस्या आ रही है। बीमारी की आशंका को देखते हुए टप्पल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी डॉ. ब्रजेश ने एंटी लारवा का छिड़काव करवाया है।
यमुना की स्थिति
यमुना में खतरे का निशान 200 मीटर पर थी। सोमवार को यहां पानी 197 मीटर पर था। यह खतरे के निशान से तीन मीटर नीचे है। दो दिन पहले हरियाणा के हथनीकुंड से 8.28 लाख पानी छोड़ गया है। यमुना में जल स्तर बढऩे लगा है। प्रशासनिक अफसरों की मानें तो एक-दो दिन में पानी खतरे के निशान से ऊपर जा सकता है। सभी विभागों को अलर्ट जारी कर दिया गया है। महाराजगढ़, पीपरी व शेरपुर के लोगों को गांव छोडऩे के लिए तैयार रहने के निर्देश दे दिए गए हैं। टप्पल मंडी में बाढ़ चौकी बना दी गई है।