अलीगढ़ में बाजार से गायब सर्जिकल सामान, रेट छू रहे आसमान
कोरोना वायरस संक्रमण डॉक्टरों के लिए भी चुनौती बन गया है। बाजार में पर्सनल प्रोटेक्शन किट मास्क ग्लब्स आदि सामान नहीं मिल रहा। अगर मिल रहा है तो बहुत महंगा। बिना सुरक्षा उपाय व संसाधनों के डॉक्टर गंभीर मरीज तो छोडि़ए सामान्य को भी हाथ लगाने से कतरा रहे हैं।
अलीगढ़ जेएनएन। कोरोना वायरस संक्रमण डॉक्टरों के लिए भी चुनौती बन गया है। बाजार में पर्सनल प्रोटेक्शन किट, मास्क ग्लब्स आदि सामान नहीं मिल रहा। अगर मिल रहा है तो बहुत महंगा। बिना सुरक्षा उपाय व संसाधनों के डॉक्टर गंभीर मरीज तो छोडि़ए, सामान्य को भी हाथ लगाने से कतरा रहे हैं। गंगा सर्जिकल सेंटर के डायरेक्टर केपी सिंह ने बताया कि जिस थर्मल स्कैनर को हम 500 रुपये में बेच रहे थे, वो अब हमें 10 हजार में मिल रहा है। पीपीई किट (चश्मा, मास्क, कैप, शीट, गाउन, शू कवर समेत आठ सामान) की बहुत मांग है। इसकी कीमत 350 रुपये से 1200-1500 तक पहुंच गई है। चार-पांच रुपये वाला ङ्क्षसगल यूज सर्जिकल मास्क हमें 8 से 10 रुपये में मिल रहा है। एन-95 मास्क बाजार में नहीं है। सर्जिकल सामान के सप्लायर राहुल गौड़ ने बताया कि रेलवे, बैंक, बीमा व अन्य कॉरपोरेट सेक्टर से थर्मल स्कैनर समेत अन्य सामान की इतनी मांग है कि मैन्युफैक्चर्स व बड़े डीलर उन्हें सीधे माल दे रहे। अकेले रेलवे ने ही दो हजार थर्मल स्कैनर का आर्डर दिया है।
बाजार पर नजर
सामान नए रेट पुराने रेट
सैनिटाइजर 100एमल, 200 70-80
एन-95 मास्क 160-180, 65
थर्मल स्कैनर 10 से 12 हजार 350-500
पीपीई किट 1500 500
अधिकारी बोले
सीएमओ बीपीएस कल्याणी ने बताया कि जिस सप्लायर से बात की जाती है, वहीं हाथ खड़े कर रहा है। कोरोना अस्पतालों में वेंटीलेटर, एन-95 व सर्जिकल मास्क, सैनिटाइजर, किट की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है। यूपी आइएमए के सेक्रेटरी डॉ. जयंत शर्मा का कहना है कि हम हर हालात से निपटने को तैयार हैं। वेंटीलेटर हो या मास्क व पीपीई किट, सबकी व्यवस्था होगी।