UP Nikay Chunav: आरक्षण व्यवस्था घोषित होते ही बदले राजनीतिक समीकरण, कहीं गम तो कहीं दिखा खुशी का माहौल
UP Nikay Chunav निकाय चुनाव को लेकर सरकार ने आरक्षण लागू किया है तो इस नई व्यवस्था ने जिले की राजनीतिक परिदृश्य को ही बदल दिया। जैसे ही आरक्षण व्यवस्था की घोषणा हुई दावेदारों के यहां कहीं खुशी दिखी तो कहीं गम का समंदर दिखा।
जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : निकाय चुनाव को लेकर शुक्रवार को आरक्षण व्यवस्था लागू कर दी गई है। भले ही आपत्तियों के लिए मौका दिया गया हो, मगर प्रशासनिक व्यवस्था में कोई बदलाव की ज्यादा उम्मीद नहीं होती। जैसे ही आरक्षण व्यवस्था की घोषणा हुई, दावेदारों के यहां कहीं खुशी दिखी, तो कहीं गम का समंदर दिखा।
जनवरी में निकाय चुनाव को लेकर जब सरकार ने आरक्षण लागू किया था, तब और अब की तुलना की जाए, तो इस नई व्यवस्था ने जिले की राजनीतिक परिदृश्य को ही बदल दिया। पहले महापौर के लिए उम्मीदवार ओबीसी के लिए आरक्षित था, अब नई व्यवस्था में यह पद सामान्य जाति (अनारक्षित) के लिए घोषित किया गया है।
इसी तरह पूर्व सीएम स्व. बाबूजी कल्याण सिंह की राजनीतिक कर्म स्थली रही नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष पद के लिए पहले सामान्य जाति के लिए आरक्षित था। अब नई व्यवस्था के तहत यह ओबीसी के लिए आरक्षित कर दिया गया। नगर पंचायत छर्रा पहले सामान्य वर्ग के लिए अनारक्षित की गई थी, अब सामान्य महिला के लिए आरक्षित की गई है।
जलाली नगर पंचायत पहले एससी वर्ग के लिए आरक्षित थी, अब ओबीसी के लिए आरक्षित की गई है। नगर पंचायत इगलास में कोई फेरबदल नहीं किया गया है। यह सामान्य जाति की महिला के लिए आरक्षित है। बेसवां नगर पंचायत पहले सामान्य महिला के लिए आरक्षित थी, अब यह ओबीसी के लिए आरक्षित हो गई है। पहले नगर पंचायत हरदुआगंज सामान्य महिला के लिए आरक्षित थी, अब यह अनारक्षित हो गई है।
जलाल नगर पंचायत पहले एससी वर्ग के लिए आरक्षित थी, अब यह ओबीसी के लिए आरक्षित की गई है। नगर पालिका परिषद खैर पहले एससी वर्ग के लिए पहले आरक्षित थी, अब यह आनारक्षित हो गई है। चंडौस, पिसावा व गभाना तीनों नगर पंचायत एससी वर्ग के लिए आरक्षित थी, अब गभाना अनारक्षित है। बरौली नगर पंचायत पहले ओबीसी थी, अब यह अनारक्षित है।
मडराक नगर पंचायत में बदलाव नहीं किया गया है। नगर पंचायत पिसावा एससी वर्ग के लिए आरक्षित थी, अब यह अनारक्षित घोषित की गई है। नगर पंचायत विजयगढ़, एससी के लिए थी, अब यह अनारक्षित कर दी गई है। नगर पंचायत गभाना पहले एससी के लिए थी, अब यह अनारक्षित है। नगर पंचायत बरौली पहले ओबीसी थी, अब यह अनारक्षित है। नगर पंचायत पिसावा पहले एससी वर्ग के लिए अनारक्षित थी, अब यह अनारक्षित कर दी गई है।