अलीगढ़ में बनेगा यूपी का पहला गोवंश विहार, ये होंगे इसके फायदे
सूबे का पहला गोवंश विहार यहां गभाना क्षेत्र में स्थापित किया जाएगा। इसमें करीब 10 हजार गोवंश रखे जा सकेंगे।
अलीगढ़ (सुरजीत पुंढीर)। सूबे का पहला गोवंश विहार यहां गभाना क्षेत्र में स्थापित किया जाएगा। इसमें करीब 10 हजार गोवंश रखे जा सकेंगे। प्रशासन ने गांव कंदौली व कोमला के बीच 56 हेक्टेयर चरागाह की भूमि चिह्नित की है। राजस्थान व मध्य प्रदेश की तर्ज पर पीपीपी मॉडल के तहत संचालन होगा।
20 हजार निराश्रित गाय
तस्करों पर सख्ती के बाद निराश्रित गायों की संख्या काफी बढ़ी है। पशुपालन विभाग के मुताबिक जिले में 20 हजार गोवंश घुमंतू हैैं। प्रशासन 10 हजार क्षमता वाला विहार बना रहा है।प्रशासन ने 56 हेक्टेयर भूमि चिह्नित करके गाजियाबाद के चौ. रमेश चंद चैरेटिबल ट्रस्ट से संचालन का अनुबंध (एमओयू) किया है। प्रशासन यह प्रस्ताव राजस्व परिषद को भेजेगा।
सौ लोगों को मिलेगा रोजगार
गोवंश विहार का संचालन डीएम की अध्यक्षता वाली कमेटी करेगी। इसमें एनजीओ भी बतौर सदस्य रहेंगे। एनजीओ को ग्राम पंचायत से जमीन मिलेगी। शर्त भी रहेगी कि विहार से हुई आय सरकारी खजाने में जमा करनी होगी। गोबर गैस, जैविक खाद, गोमूत्र व दूध से होने वाली आय से खर्च की पूर्ति होगी। इससे सौ लोगों को रोजगार भी मिलेगा।
चल रही है तैयारी
डीएम चंद्रभूषण सिंह का कहना है कि जिले में एक भी गाय भूखी-प्यासी न रहे, इसके लिए प्रशासन संकल्पित है। हम गभाना में गोवंश विहार खोलने की तैयारी कर रहे हैैं। रमेश चंद्र टैरिटेबल ट्रस्ट के अध्यक्ष संजीव डांगा का कहना है कि पहले हम गाजियाबाद में विहार खोलने वाले थे, पर भाजपा नेता आरपी सिंह के आग्रह पर अलीगढ़ आ गए। प्रशासन को प्रस्ताव दे दिया है।