वित्तीय अनियमितता करने के आरोप में दो हेड मास्टर निलंबित Aligarh news
सरकारी धनराशि में वित्तीय अनियमितता करना दाे हेड मास्टरों को भारी पड़ गया। मामला संज्ञान में आने के बाद बीएसए ने सविलियन विद्यालय खिजरपुर व प्राथमिक विद्यालय नगला कोठी के हेड मास्टरों की जांच पड़ताल कराई। जांच में दोनों हेडमास्टर दोषी पाये गए।
हाथरस, जेएनएन : सरकारी धनराशि में वित्तीय अनियमितता करना दाे हेड मास्टरों को भारी पड़ गया। मामला संज्ञान में आने के बाद बीएसए ने सविलियन विद्यालय खिजरपुर व प्राथमिक विद्यालय नगला कोठी के हेड मास्टरों की जांच पड़ताल कराई। जिला समन्वयक बालिका शिक्षा एवं एमडीएम द्वारा की गई संयुक्त जांच में दोनों विद्यालयों के हेड मास्टर वित्तीय अनियमितता करने के दोषी पाए गए। दोनों हेड मास्टरों को अब बीएसए ने जांच कराने के बाद निलंबित कर दिया गया है।
गड़बड़ी किए जाने की मिली थी शिकायत
सविलियन विद्यालय खिजरपुर,ब्लॉक सिकंदराराऊ के प्राथमिक विद्यालय में प्रदीप कुमार बतौर इ्रचार्ज प्रधानाध्यापक के पद पर तैनात है। उनके पास प्राथमिक विद्यालय नगला कोठी का एमडीएम का वित्तीय चार्ज था। बेसिक शिक्षा अधिकारी मनोज कुमार मिश्र को इंचार्ज हेड मास्टर की गड़बड़ी किए जाने की शिकायत मिली थी। 19 अक्टूबर को जिला समन्वयक बालिका शिक्षा और जिला समन्वयक एमडीएम अरविंद शर्मा को विद्यालय जांच पड़ताल के लिए भेजा गया। जहां जांच पड़ताल में उजागर हुआ कि हेड मास्टर ने कंपोजिट ग्रांट, एसएमसी के विभिन्न मदों में संदिग्ध बिल वाउचर प्रस्तुत किया। इसके साथ ही अभिभावकों के खातों में भेजे जाने वाली एमडीएम की धनराशि के डीबीटी का कोई अभिलेख उपलब्ध नहीं कराया गया। यूनिफार्म वितरण में भी हेड मास्टर के द्वारा लापरवाही बरती गई। वहीं संयुक्त टीम ने 15 अक्टूबर को प्राथमिक विद्यालय नगला कोठी का निरीक्षण किया। जिसमें हेड मास्टर रवि कुमार पर पुस्तकालय मद,कंपोजिट ग्रांट और एसएमसी से निर्गत अन्य धनराशियों में वित्तीय अनियमितता किए जाने के साक्ष्य टीम को मिले।
एमडीएम में की मिलीभगत से गड़बड़ी
प्राथमिक विद्यालय खिजरपुर के हेड मास्टर प्रदीप कुमार पर करीब एक साल पूर्व प्राथमिक विद्यालय नगला कोठी का भी चार्ज था। नगला कोठी के विद्यालय में रवि कुमार की तैनाती हो गई। रवि कुमार ने विद्यालय का चार्ज दे दिया, लेकिन एमडीएम के खाते को प्रदीप कुमार संचालित कर रहे थे। निरीक्षण में एमडीएम के चेकों पर हेड मास्टर के हस्ताक्षर पाए गए थे। जबकि रवि कुमार ने ब्लैक चेक व बिल वाउचर प्रदीप कुमार को दे रखे थे। एमडीएम की धनराशि में गड़बड़ी किए जाने का दोनों को बराबर का दोषी माना गया। अब निलंबित हेड मास्टरों को ब्लाक संसाधन केंद्र हसायन पर अटैच किया गया है। पूरे प्रकरण की विस्तृत जांच करने की जिम्मेदारी सादाबाद के खंड शिक्षा अधिकारी को सौंपी है।
इनकी सुनो
दोनों विद्यालयों के हेड मास्टरों पर वित्तीय अनियमितता किए जाने के आरोप पाए गए है। जांच पड़ताल के बाद दाेनों विद्यालयों के हेड मास्टरों को निलंबित कर दिया गया है।
मनोज कुमार मिश्र,बीएसए,हाथरस।