जिला अस्पताल में भर्ती दो बच्चों की मौत, परिजनों ने किया हंगामा
जिला अस्पताल के बच्चा वार्ड में 24 घंटे में दो बच्चों की मौत हो गई। शनिवार देररात डॉक्टर की बेपरवाही से दो माह के शिशु की मौत हो गई।
अलीगढ़ (जेएनएन)। जिला अस्पताल के बच्चा वार्ड में 24 घंटे में दो बच्चों की मौत हो गई। शनिवार देररात डॉक्टर की बेपरवाही से दो माह के शिशु की मौत हो गई। गुस्साए परिजनों ने जमकर हंगामा किया। वहीं, डेढ़ साल की एक बच्ची भी कम संसाधनों की भेंट चढ़ गई।
लोको कॉलोनी के मो. निजाम के दो माह के बेटे तौसीफ को चार दिन पहले उल्टी-दस्त होने पर जिला अस्पताल के बच्चा वार्ड में भर्ती कराया गया। शनिवार रात तबीयत बिगडऩे लगी। इस बीच डॉक्टर विजिट पर आए और खड़े-खड़े स्टाफ से जानकारी लेकर बच्चों को देखे बगैर चले गए। स्टाफ व कई परिजनों ने डॉक्टर से वार्ड में चलकर बच्चों को देखने की बात कही, मगर डॉक्टर नहीं गए। रात करीब 10 बजे तौसीफ की तबीयत और बिगड़ी तो स्टाफ नर्स व परिजन तुरंत इमरजेंसी में ले गए। वहां भी लापरवाही हुई। विशेषज्ञ ने उसे रेफर कर दिया। परिजन सोच ही रहे थे कि रात में कहां ले जाएं, तब तक उसकी सांसें थम गईं। इससे गुस्साए परिजनों ने हंगामा किया। डॉक्टरों पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया। सीएमएस डॉ. रामकिशन मौके पर पहुंचे। पुलिस भी आ गई। देररात तक हंगामा चला। सीएमएस ने मामले की जांच कर कार्रवाई का भरोसा देकर परिजनों को शांत किया।
बच्ची की मौत
शाहजमाल निवासी महफूज की डेढ़ वर्षीय बेटी को रात में उल्टी-दस्त हो गए। सुबह जिला अस्पताल लेकर आए। इमरजेंसी में इलाज के बाद उसे बच्चा वार्ड में भर्ती कर लिया गया, मगर हालत नाजुक बनी रही और करीब 10.30 बजे उसकी मौत हो गई।
रात में विजिट नहीं करते डॉक्टर
बच्चा वार्ड में इन दिनों 40-50 तक मरीज भर्ती किए जा रहे हैं, जबकि क्षमता 29-30 है। चिंतनीय ये है कि गंभीर हालत में भर्ती बच्चों के इलाज में घोर लापरवाही हो रही है, जिसका सबूत तौसीफ की मौत है। परिजनों के अनुसार रात में जिन डॉक्टरों की ड्यूटी बच्चा वार्ड में लगती है, वे आते ही नहीं है। सूत्रों की मानें तो सीएमएस खुद डॉक्टरों के रवैये से परेशान हैं। इस संबंध में सीएमएस से संपर्क करने का प्रयास किया, मगर बात नहीं हो पाई।
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