अगले साल नवंबर-दिसंबर में होंगे त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव aligarh news
राज्य निर्वाचन आयोग अगले साल नवंबर-दिसंबर में ही चुनाव कराने की तैयारी कर रहा है। पहली बार पंचायत चुनाव में कई बदलाव होने जा रहे हैं।
अलीगढ़ (जेएनएन)। अगले साल होने वाले त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव तय समय पर ही होंगे। निर्वाचन विभाग ने जनवरी-फरवरी में चुनाव होने की अफवाहों पर विराम लगा दिया है। राज्य निर्वाचन आयोग अगले साल नवंबर-दिसंबर में ही चुनाव कराने की तैयारी कर रहा है। पहली बार पंचायत चुनाव में कई बदलाव होने जा रहे हैं।
कार्यकाल होने वाला है पूरा
2015 में त्रिस्तरीय (क्षेत्र पंचायत, ग्राम प्रधान व जिला पंचायत सदस्य) पंचायत चुनाव हुए थे। अब 2020 नवंबर-दिसंबर में कार्यकाल पूरा होने जा रहा है। चुनाव भी कार्यकाल पूरा होने पर ही होना हैं। कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर खबरें चलने लगी थीं। इनमें जनवरी-फरवरी में पंचायत चुनाव कराने की बातें कहीं जा रही थीं। मौजूदा प्रधान व जिला पंचायत सदस्य इसे लेकर परेशान थे। कई जगह तो प्रधानों ने इसके विरोध में ज्ञापन तक दे डाले। निर्वाचन विभाग ने इन अटकलों पर विराम लगा दिया है।
यह दिए आयोग ने निर्देश
आयोग के निर्देश हैं कि समय पर ही चुनाव होंगे। इसी के हिसाब से तैयारी चल रही हैं। अभी तक पहली बार विधानसभा चुनाव की सूची पर ही चुनाव होने की संभावनाएं हैं। मतदाताओं को नोटा का भी विकल्प दिया जाएगा। सहायक निर्वाचन अधिकारी कौशल कुमार ने बताया कि आयोग समय से ही चुनाव कराने की तैयारी कर रहा है। सोशल मीडिया पर जो खबरें चल रही हैं, वह पूरी तरह से फर्जी हैं। फिलहाल पुनरीक्षण अभियान चल रहा है। अखिल भारतीय पंचायत परिषद के प्रदेश उपाध्यक्ष अर्जून सिंह भोलू ने बताया कि समय पर चुनाव कराने का सरकार का अच्छा फैसला है। समय से पहले चुनाव हुआ तो प्रधान संगठन विरोध करेगा। कोर्ट में दस्तक दी जाएगी।
बूथ स्तर शिक्षकों की टोली बनाएगी भाजपा
भाजपा की ओर से एमएलसी (शिक्षक) के चुनाव को लेकर तैयारियां शुरू हो गई हैं। भाजपा शिक्षक प्रकोष्ठ के प्रदेश सह संयोजक यादवेंद्र प्रताप सिंह ने रविवार को बारहद्वारी स्थित पार्टी के महानगर कार्यालय में कहा कि चुनाव के लिए कमर कस लें। शहर से लेकर देहात तक हर बूथ पर 20-20 शिक्षकों की टोली बना लें। चुनाव में सभी को सक्रिय करना है। यादवेंद्र प्रताप सिंह ने कहाकि पिछली सरकारों में मनमर्जी से वोट बनाए गए थे। चुनाव में नियमों की धज्जियां उड़ाई गई थीं, मगर हम नियमानुसार कार्य करेंगे और दमदारी से चुनाव लड़ेंगे। कोल विधायक अनिल पाराशर ने कहाकि इस चुनाव में पहले विभिन्न गुटों का कब्जा था। अश्वनी ठाकुर ने कहाकि पांच सितंबर को शिक्षकों को सम्मानित किया जाएगा। व्यक्तिगत दुकानें चल रही थीं, भाजपा इसको खत्म करेगी। जिला सह संयोजक हरि शंकर गौड़ ने कहाकि हम दमदारी से चुनाव लड़ेंगे। बैठक में डॉ. शंभू दयाल रावत, डॉ. चंद्र प्रकाश, नरेंद्र कुमार भारद्वाज, हरीशंकर गौड़, वीएस पाल आदि मौजूद थे।