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हाथरस में हाइटेंशन लाइन से छूते पेड़ बने मुसीबत, आसपास के लोग भयभीत

हाइटेंशन लाइन को छूते पेड़ बिजली विभाग के लिए मुसीबत बने हुए हैं। बारिश के दिनों में ब्रेकडाउन की समस्या पैदा हो गई है। साथ ही पोल पर करंट आने का खतरा भी बढ़ जाता है। इस समस्या को दूर करने के लिए विभाग अब इनकी छंटाई करवा रहा है।

By Sandeep Kumar SaxenaEdited By: Published: Tue, 19 Oct 2021 12:58 PM (IST)Updated: Tue, 19 Oct 2021 12:58 PM (IST)
हाथरस में  हाइटेंशन लाइन से छूते पेड़ बने मुसीबत, आसपास के लोग भयभीत
हाइटेंशन लाइन को छूते पेड़ बिजली विभाग के लिए मुसीबत बने हुए हैं।

हाथरस,जागरण संवाददाता। हाइटेंशन लाइन को छूते पेड़ बिजली विभाग के लिए मुसीबत बने हुए हैं। बारिश के दिनों में ब्रेकडाउन की समस्या पैदा हो गई है। साथ ही पोल पर करंट आने का खतरा भी बढ़ जाता है। इस समस्या को दूर करने के लिए विभाग अब इनकी छंटाई करवा रहा है। समय पर छंटाई नहीं करने के कारण यह दिक्कत और बढ़ी है।

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यह हैं हालात

शहर और देहात क्षेत्र में सब स्टेशन से बिजली 33, 11 केवी के अलावा 440 वोल्ट की लाइन के माध्यम से घरों, दुकानों और औद्योगिक प्रतिष्ठानों तक पहुंचती है। जर्जर लाइनों के कारण ब्रेकडाउन से लोकल फाल्ट की समस्या बढ़ी है। पिछले दिनों हुई बारिश से यह समस्या और बढ़ी है। इन हाइटेंशन लाइन से पेड़ की टहनियां छू रही हैं। जब तेज हवा चलती है या बारिश होती है तो पेड़ों की टहनियां तेज हवा से हिलकर तारों को तोड़ देती हैं या फिर बारिश में भीगने के कारण तारों से करंट उतर जाता है। इससे ब्रेक डाउन होने या फिर करंट आने से स्थिति खराब हो जाती है।

जर्जर लाइन अभी तक नहीं बदली गईं

जनपद में जर्जर लाइन एक बड़ी समस्या है। सरकार की ओर से रिवेंप योजना शुरू की गई है। इसमें केबलों को बदलने के लिए बजट शामिल किया गया है। जनप्रतिनिधियों के साथ अधिकारियों का संवाद कई बार हो चुका है। प्रस्ताव भी बनकर जा चुके हैं लेकिन अभी तक डीपीआर तैयार न होने से जनपद के सभी क्षेत्रों में तार बदलने का काम पूरा नहीं हो सका है।


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