बिना मास्क व थर्मल स्क्रीनिंग के नहीं दी गई यात्रा की अनुमति Aligarh news
रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड पर बिना मास्क व थर्मल स्क्रीनिंग के यात्रियों को सफर करने की नहीं अनुमति दी गई। महिलाओं को बसों में फ्री यात्री करवाई गई।
अलीगढ़ [जेएनएन]। कोरोना काल में इस बार रक्षाबंधन के सफर की तस्वीर पूरी तरह बदली हुई थी। हर साल खचाखच रहने वाली बसों और ट्रेनों का सफर नियमों का दायरे में रहा। यात्री जितने सजग थे। प्रबंधन भी उतना ही सतर्क नजर आया। सोमवार को रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड पर बिना मास्क व थर्मल स्क्रीनिंग के यात्रियों को सफर करने की नहीं अनुमति दी गई। महिलाओं को बसों में फ्री यात्री करवाई गई। सामान्य रूट पर जाने वाली बसों में जरूर शारीरिक दूरी का उल्लंघन हुआ। लेकिन, प्रबंधन की ओर से प्रचार-प्रसार कर हालातों को संभालने की कोई कसर नहीं छोड़ी गई।
रक्षाबंधन को देखते हुए रविवार रात को ही बसों को सैनिटाइज करवा लिया गया था। आगरा, नोएडा, मेरठ के रूटों पर अतिरिक्त बसें लगाई गई थीं। गांधीपार्क बस स्टैंड से सुबह पांच बजे बरेली के लिए पहली बस निकली। सूतमिल चौराहा स्थित बस स्टैंड से भी साढ़े पांच दिल्ली की बस रवाना हुई। दोनों जगहों पर बहनें तड़के चार बजे से ही आना शुरू हो गई थीं। यहां से दिल्ली, नोएडा, कानपुर, आगरा, एटा, कासगंज, बरेली, हाथरस, मैनपुरी, फीरोजाबाद, बुलंदशहर, मेरठ आदि के लिए बसों का संचालन हुआ। सरकार के निर्देशों के तहत महिलाओं को फ्री यात्राएं करवाई गई। महिलाओं के साथ बच्चियों के भी टिकट के पैसे नहीं लिए गए। बस स्टैंड पर बाकायदा कोविड हेल्प स्थापित किया गया था। यहां हर यात्री का विवरण दर्ज किया गया। नाम-पता, गंतव्य, जाने का कारण आदि। इसके बाद यात्री की थर्मल स्कीनिंग करवाई गई। हाथों को सैनिटाइज करने के बाद यात्रियों को बसों में बिठाया गया। एक बस में तकरीबन 35 यात्रियों ने सफर किया। रोडवेज की ओर से यात्रियों को बसों में जाकर कोरोना से बचाव के प्रति जागरूक किया गया। यात्रियों से फीडबैक भी लिया गया। लाउडस्पीकर से शारीरिक दूरी का ख्याल रखने की अपील की गई। यात्रियों की सुविधा के लिए हेल्पलाइन नंबर 18001802877 जारी किया गया था। गांधीपार्क बस स्टैंड पर सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक गौतमबुद्ध नगर विपिन अग्रवाल, सेवा प्रबंधक विनोद, स्टेशन इंचार्ज,द्र, सीएमएस चंद्रमोहन शर्मा, कोविड हेल्प डेस्क पर ललिता व रजनी ने व्यवस्थाएं संभाली।
चार घंटे में 50 बसें निकलीं, 700 लोगों का चेकअप
गांधीपार्क बस स्टैंड पर सोमवार सुबह आठ से दोपहर 12 बजे के बीच करीब 50 बसें रवाना हुईं। करीब 700 लोगों का चेकअप हुआ। इनमें 70 प्रतिशत महिलाएं शामिल थीं। हालांकि 12 बजे के बाद यात्रियों की संख्या भी कम हो गई।
यात्रियों के बोल
जया शर्मा ने कहा कि अपने भाई को राखी बांधने के लिए आगरा जा रही हूं। कोरोना का डर भी है, पर यात्रा में कोई असुविधा नहीं हुई है। रोडवेज की व्यवस्था अच्छी है। सतीश कुमार ने कहा कि पहले से बहुत सुधार हुआ है। उम्मीद थी कि जगह नहीं मिलेगी। लेकिन बस में जगह आसानी से मिल गई। साफ-सफाई भी ठीक है।
रेलवे स्टेशन पर पूरी सावधानी
परवेज खान, आरएम, रोडवेज का कहना है कि आगरा, मेरठ, मथुरा, बुलंदशहर और कानपुर रूट पर बसों के फेरे बढ़ाए गए थे। यात्रा के दौरान नियमों का पूरा ख्याल रखा गया। बिना मास्क किसी को यात्रा करने की अनुमति नहीं दी गई। यात्रियों का फीडबैक भी अच्छा रहा।
इस बार रेलवे स्टेशन पर सन्नाटा पसरा रहा। सिर्फ चुनिंदा ट्रेनों का संचालन हुआ। इसके लिए यात्री को पूरी सावधानी बरतनी पड़ी। गेट पर एंट्री से पहले थर्मल स्क्रीनिंग करवाई गई। जिनके रिजर्वेशन थे, सिर्फ उन्हीं को यात्रा की अनुमति दी गई। यहां तक अपने जानने वालों को लेने आए लोगों को भी अंदर जाने की अनुमति नहीं थी। सीएमआइ संजय ने बताया कि कोरोना के चलते चुनिंदा ट्रेनों का संचालन हो रहा है। इनमें भी पूरी सतर्कता बरती गई है।
17 हजार महिलाओं ने की निश्शुल्क यात्रा
कोरोना के चलते इस बार निश्शुल्क यात्रा का आंकड़ा भी घट गया। रविवार रात 12 बजे से सोमवार रात आठ बजे तक 17 हजार महिलाओं ने रोडवेज बसों में निश्शुल्क यात्रा की है, जबकि पिछले वर्ष यह आंकड़ा 60,200 था। कुल 46,200 लोगों ने यात्रा की। वहीं अलीगढ़ परिक्षेत्र की 350 बसों का संचालन हुआ है। पिछले साल 600 बसें संचालित हुई थीं।