अलीगढ़ के दीनदयाल अस्पताल में बनेगा ट्रॉमा सेंटर, ये होंगी सुविधाएं
योजना के मुताबिक काम हुआ तो सड़क व अन्य हादसों में घायल हुए मरीजों को मेडिकल कॉलेज या अन्य हायर सेंटर लेकर नहीं दौडऩा पड़ेगा।
अलीगढ़ (विनोद भारती)। योजना के मुताबिक काम हुआ तो सड़क व अन्य हादसों में घायल हुए मरीजों को मेडिकल कॉलेज या अन्य हायर सेंटर लेकर नहीं दौडऩा पड़ेगा। दरअसल, दीनदयाल उपाध्याय संयुक्त चिकित्सालय में अब यूपी हेल्थ सिस्टम स्ट्रेंथनिंग प्रोग्राम के तहत ट्रामा सेंटर बनाने की तैयारी हो रही है। पहले चरण में इमरजेंसी को अपग्र्रेड किया जा रहा है। इसके बाद संसाधन व स्टाफ की नियुक्ति होगी।
ये है सूरतेहाल
मंडल मुख्यालय होने के बावजूद अभी तक यहां मानक पर ट्रामा सेंटर शुरू नहीं हो पाया है। सरकारी अस्पतालों की इमरजेंसी रेफर सेंटर बन गई हैं। दो साल पहले करीब ढाई करोड़ की लागत से गांव जसरथपुर पर बना ट्रामा सेंटर मजाक बनकर रह गया है। यहां सुविधाओं के नाम पर मात्र दो चिकित्सक व एक स्टाफ है, जो शाम को गायब हो जाता है। नतीजतन, ज्यादातर मरीजों को लोग मेडिकल कॉलेज स्थित ट्रामा सेंटर में ले जाते हैं। मगर, वहां दवा व अन्य सेवाओं के लिए निर्धारित शुल्क देनी पड़ती है। तमाम गरीब मरीज के लिए इतना खर्चा उठाना संभव नहीं होता। जबकि, दीनदयाल अस्पताल में प्रस्तावित ट्रामा सेंटर में मरीजों को सभी सुविधाएं मुफ्त मिलेंगी।
ये मिलेंगी सुविधाएं
प्रस्तावित ट्रामा सेंटर में सिविल सर्जन, एनेस्थेटिस्ट, ऑर्थोपेडिक सर्जन, न्यूरो सर्जन समेत दूसरे विशेषज्ञ व जरूरी पैरामेडिकल व सहयोगी स्टाफ की नियुक्ति होगी। एक्स-रे, थ्रीडी अल्ट्रासाउंड मशीन, सीटी स्कैन, ओटी सीलिंग लाइट, पैरामॉनिटर के साथ एनेस्थीसिया मशीन, वेंटीलेटर, ट्रांसपोर्ट वेंटीलेटर, एबीजी मशीन, डेफिब्रिलेटर मॉनिटर, पावर ड्रिल, पावर सॉ, स्पलिंट, ट्रैक्शन, पांच से 10 बेड की रिकवरी यूनिट बनेगी। जरूरत होने पर ही मरीज को रेफर किया जाएगा।
मान्यता की कवायद में
यह अस्पताल एनएबीएच (नेशनल एक्रिडिटेशन बोर्ड ऑफ हॉस्पिटल) से मान्यता की दौड़ में शामिल है। लिहाजा, सरकार यूपी हेल्थ सिस्टम स्ट्रेंथनिंग प्रोग्र्राम के तहत निरंतर सुविधाएं बढ़ा रही हैं। ट्रॉमा सेंटर भी इसी प्रोग्र्राम का हिस्सा है।
इमरजेंसी में बढ़ाई जा रहीं सुविधाएं
सीएमएस डॉ.याचना शर्मा का कहना है कि इमरजेंसी में सुविधाएं बढ़ाई जा रही हैं। यहां ट्रॉमा सेंटर बनेगा, जिससे घायलों को समुचित इलाज मिलेगा। अस्पताल में नई अल्ट्रासाउंड मशीन, पोर्टेबल डिजिटल एक्स-रे, चार एलईडी व अन्य उपकरण भी मिल गए हैं।