अलीगढ़, जेएनएन। देशव्यापी अभियान के अंतर्गत आज जनपद के चार केंद्रों पर कोरोना वायरस से प्रतिरक्षा के लिए टीकाकरण शुरू होगा। पहले दिन 100-100 हेल्थ वर्कर्स को टीकाकरण कराने के लिए मैसेज भेजकर केंद्र पर बुलाया जाएगा। इसके लिए शुक्रवार को पुलिस की निगरानी में सभी केंद्रों पर वैक्सीन पहुंचा दी गई। केंद्रों पर भी वैक्सीन की सुरक्षा के लिए 24 घंटे पुलिस की तैनाती की गई है। दिनभर व्यवस्था को लेकर बैठकों का दौर चला। अपर मुख्य सचिव (स्वास्थ्य) अमित मोहन ने वीडियो कांफ्रेंङ्क्षसग के जरिए अधिकारियों को सख्त संदेश दिया कि टीकाकरण के दौरान कोई भी कमी नहीं रहनी चाहिए। स्वास्थ्य विभाग ने पुलिस व प्रशासन के साथ मिलकर सभी तैयारियां पूर्ण कर लीं।
पुलिस का पहरा रहेगा
जिले में टीकाकरण के लिए चार केंद्र बनाए गए हैं। इनमें शामिल दीनदयाल अस्पताल, मोहन लाल गौतम महिला चिकित्सालय, अतरौली व अकराबाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त कर ली गई हैं। शुक्रवार दोपहर तक बन्नादेवी स्थित डिस्ट्रिक्ट कोल्ड चेन यूनिट से चारों टीकाकरण केंद्रों के लिए वैन से वैक्सीन रवाना कर दी गईं। टीकाकरण कार्ड व पोस्टर आदि भी भेजे गए। वैक्सीन सुरक्षित तरीके से केंद्रों पर ही स्थित कोल्ड चेनों में रख दी गईं। जब तक कोल्ड चेन में कोविड वैक्सीन रहेंगी, बाहर पुलिस का पहरा रहेगा।
अफसरों ने किया दौरा
जिले को 16 हजार 850 डोज प्राप्त हुई हैं। पहले चरण में 13 हजार 464 हेल्थ वर्कर्स का टीकाकरण किया जाना है। पहले दिन के टीकाकरण के लिए 'कोविशील्डÓ वैक्सीन केंद्रों पर भेजी गई। वैक्सीन पहुंचने के बाद एसीएमओ व जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. दुर्गेश कुमार ने दीनदयाल चिकित्सालय व महिला चिकित्सालय में बनाए गए टीकाकरण केंद्रों, प्रतिक्षा कक्ष, निगरानी कक्ष व अन्य व्यवस्थाओं की स्थिति परखी। एसीएमओ डा. एसपी ङ्क्षसह ने अतरौली व जिला मलेरिया अधिकारी ने अकराबाद केंद्र का निरीक्षण किया। सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त मिलीं।
पहले प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री का संबोधन
टीकाकरण का समय सुबह नौ से शाम पांच बजे तक रहेगा। टीकाकरण से पूर्व प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से हेल्थ वर्कर्स व अन्य लोगों को संबोधित करेंगे। चारों केंद्रों पर वेब कास्टिंग की सुविधा कर दी गई है।
ऐसे होगा टीकाकरण
सर्वप्रथम हेल्थ वर्कर्स को मैसेज भेजकर केंद्र पर बुलाया जाएगा। केंद्र के बाहर पुलिस द्वारा फोटो युक्त परिचय पत्र (आधार, ड्राइङ्क्षवग लाइसेंस व अन्य) देखकर लाभार्थी को अंदर भेजा जाएगा। यहां एक कर्मचारी कोविड पोर्टल पर दर्ज सूची से कर्मचारी का नाम व अन्य विवरण का मिलान करेगा। इसके बाद उसे टीकाकरण कक्ष में भेजा जाएगा। यहां स्टाफ नर्स व एएनएम उसे वैक्सीन लगाएंगी, इसका विवरण कोविड पोर्टल पर तुरंत अपडेट किया जाएगा, यहां से लाभार्थी को निगरानी कक्ष में भेज दिया जाएगा। यहां एईएफआइ प्रबंधन देख रही टीम करीब आधा घंटे तक उसके स्वास्थ्य पर नजर रखेंगी। प्रतिकूल स्थिति दिखने पर अपने पास मौजूद किट से हर संभव उपचार का प्रयास करेंगी। जरूरत होने पर लाभार्थी को केंद्र पर ही उपलब्ध एंबुलेंस से जिला अस्पताल भेज दिया जाएगा। हालांकि, स्वास्थ्य विभाग, प्रशासन व इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने संयुक्त रूप से इस वैक्सीन को प्रभावशाली व सुरक्षित बताया है। हल्की-फुल्की परेशानी से बिल्कुल घबराने की जरूरत नहीं है।
केंद्रों पर न लगाएं वैक्सीन
अधिकारियों ने फिर स्पष्ट किया है कि 16 जनवरी को केवल हेल्थ वर्कर्स को ही इन केंद्रों पर वैक्सीन लगेगी। इन्हें भी मोबाइल पर मैसेज भेजे जाएंगे। इसलिए अन्य कोई कर्मचारी या व्यक्ति वैक्सीन के लिए टीकाकरण केंद्रों पर न जाएं। अभी हेल्थ वर्कर्स को विभिन्न सत्रों में वैक्सीन लगाई जाएगी। इसके बाद राजस्व व अन्य कर्मचारियों का टीकाकरण होगा। इसके बाद जन सामान्य के लिए पहले पंजीकरण शुरू किए जाएंगे। उनका डेटा कोविन पोर्टल पर अपलोड होगा। इसके बाद योजनाबद्ध तरीके से उनका टीकाकरण किया जाएगा।
टीकाकरण के बाद भी सावधानी जरूरी
सीएमओ डा. बीपीएस कल्याणी ने बताया कि कोई भी टीका लगने के बाद उसका प्रभाव दिखने में दो सप्ताह से अधिक का समय लग सकता है। 28 दिन बाद दूसरी डोज लगेगी। इसलिए टीकाकरण के बाद भी पहले की तरह सतर्कता बरतते रहें। घर से बाहर जाएं तो चेहरे पर मास्क जरूर लगाएं। भीड़भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें, जरूरी हो तो शारीरिक दूरी के नियम का पालन जरूर करें।