Move to Jagran APP

साइबर थाने में आईं तीन शिकायतें, जामताड़ा का कनेक्शन Aligarh news

साइबर ठग पुलिस से चार कदम आगे चल रहे हैं। नए-नए तरीकों से ठगी हो रही है। संसाधनों व एक्सपर्ट के अभाव में पुलिस ठगों के इर्द-गिर्द भी नहीं भटक पाती। इसके लिए अलीगढ़ में तीन माह पहले रेंज स्तर पर थाना बनाया गया। यहां तीन शिकायतें ही आई हैं।

By Anil KushwahaEdited By: Published: Fri, 13 Nov 2020 12:19 PM (IST)Updated: Fri, 13 Nov 2020 12:19 PM (IST)
साइबर ठग पुलिस से चार कदम आगे चल रहे हैं

सुमित शर्मा, अलीगढ़ : साइबर ठग पुलिस से चार कदम आगे चल रहे हैं। नए-नए तरीकों से ठगी हो रही है। संसाधनों व एक्सपर्ट के अभाव में पुलिस ठगों के इर्द-गिर्द भी नहीं भटक पाती। इसके लिए अलीगढ़ में तीन माह पहले रेंज स्तर पर थाना बनाया गया। यहां महज तीन शिकायतें ही आई हैं। पुलिस मान रही है कि तीनों का झारखंड के जामताड़ा से कनेक्शन हो सकता है। जांच की जा रही है। 

loksabha election banner

लॉकडाउन मेंं लोगों का सहारा बना इंटरनेट 

लॉकडाउन में लोगों ने मनोरंजन के लिए इंटरनेट का खूब सहारा लिया। इसी इंटरनेट को ठगों ने हथियार बना लिया। तमाम फर्जी एप्स व वेबसाइट के माध्यम से लोगों को झांसे में लेकर ठगी की। अलीगढ़ में बीते साल का आंकड़ा देखें तो साइबर सेल के पास 300 से ज्यादा शिकायतें हैं। ये सिर्फ अलीगढ़ का हाल है, रेंज के जिले हाथरस, कासगंज व एटा में भी साइबर ठगी चरम पर है। 15 अगस्त को तत्कालीन आइजी दीपक रतन ने पुलिस लाइन में साइबर थाने का शुभारंभ किया। थाने में एक लाख रुपये के ऊपर की रकम के फ्रॉड दर्ज किए जाते हैं। अब तक तीन मुकदमे दर्ज हुए हैं। इनमें दो अलीगढ़ व एक एटा का है। तीनों में ठगी का तरीका समान है। ठग ने कॉलर को फोन करके ओटीपी हासिल किया और खाते से रकम उड़ा दी। पुलिस विवेचना में सामने आया कि जिस नंबर से कॉल आया था, वो फर्जी है। जिस नाम से सिम खरीदी गई, वह भी फर्जी है। जांच अंधेरे में सुई तलाशने जैसी है। एक्सपर्ट की मानें तो इस तरीके का फ्रॉड झारखंड के जामताड़ा में सबसे ज्यादा होता है। पुलिस मान रही है कि यहां भी जामताड़ा के गिरोह का हाथ हो सकता है। 

पैसा देने की बात करें तो हो जाएं सतर्क 

इंस्पेक्टर सुरेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि साइबर ठगी से बचने के लिए जरूरी है कि सतर्क रहें। अनावश्यक एप्स व वेबसाइट न खोलें। अनजान नंबरों पर बात न करें। किसी भी व्यक्ति को ठगने का आसान तरीका फोन कॉल होता है। यहां व्यक्ति आसानी से झांसे में आ जाता है। याद रखें कि अगर आपसे कोई लालच देकर पैसा देने की बात कर रहा है तो सतर्क हो जाएं। लालच में आप बड़ी ठगी का शिकार हो सकते हैं। 


स्कैमर की दस्तक, बरतें सावधानी 

साइबर ठगों ने एक और नया तरीका खोज निकाला है। स्कैमर डिवाइज के जरिये सौ मीटर के एरिया में लगे एटीएम हैक हो जाते हैं। यहां जो भी कोई ट्रांजेक्शन करेगा, उसकी पूरी डिटेल साइबर ठगों के पास चली जाएगी। इसके बाद कार्ड का क्लोन बनाकर ठगी हो सकती है। कार्ड का कम इस्तेमाल करें। 

थाने में 10 लोगों की टीम 

साइबर थाने में इंस्पेक्टर के साथ दारोगा मनोज कुमार, महेश कुमार, हेड कांस्टेबल एमपी ङ्क्षसह, अतुल कुमार गुप्ता, सिपाही धीरज त्यागी, विवेक कुमार, अजीत, अमर कुमार, लक्ष्मी नारायण व रामसेवक तैनात हैैं। 

यहां करें शिकायत 

ठगी महसूस होने पर फोन नंबर 7839876641 पर शिकायत करें।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.