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कोरोनाकाल में योग के साथ ये चीजें भी हैं जरूरी...जानिएAligarh News

योग-प्राणयाम के साथ कुछ चीजें जरूरी हैं तभी योग-प्राणायाम लाभ पहुंचाएगा। योग गुरु विकास का कहना है कि योग के साथ व्यक्ति को आहार-विहार और विचार भी ठीक करना होगा तभी योग-प्राणायाम का लाभ मिल सकेगा। इसलिए खान-पान संयमित करना होगा।

By Sandeep Kumar SaxenaEdited By: Published: Thu, 06 May 2021 11:51 AM (IST)Updated: Thu, 06 May 2021 11:51 AM (IST)
कोरोनाकाल में योग के साथ ये चीजें भी हैं जरूरी...जानिएAligarh News
योग-प्राणयाम के साथ कुछ चीजें जरूरी हैं, तभी योग-प्राणायाम लाभ पहुंचाएगा।

अलीगढ़, जेएनएन। योग-प्राणयाम के साथ कुछ चीजें जरूरी हैं, तभी योग-प्राणायाम लाभ पहुंचाएगा। योग गुरु विकास का कहना है कि योग के साथ व्यक्ति को आहार-विहार और विचार भी ठीक करना होगा, तभी योग-प्राणायाम का लाभ मिल सकेगा। इसलिए खान-पान संयमित करना होगा। अपनी दिनचर्या को भी ठीक करना होगा तभी इसका लाभ मिलेगा।

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मनुष्य सभी प्राणियों में श्रेष्ठ

उत्तर प्रदेश योगासन खेल संघ व इंटरनेशनल नेचुरोपैथी आर्गेनाइजेशन

उत्तर प्रदेश योगासन खेल संघ व इंटरनेशनल नेचुरोपैथी आर्गेनाइजेशन लोगों के स्वस्थ्य रहने की टिप्स दे रहा है। योग एवं नेचुरोपैथी हास्पिटल के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. मदन मानव ने बताया कि मनुष्य सभी प्राणियों में श्रेष्ठ है। उसके अंदर समझने और सोचने की शक्ति सभी प्राणियों से सबसे अधिक होती है। कहा भी गया है कि बड़े भाग्य मानुष तन पावा यानि मनुष्य जीवन को सबसे उत्तम माना गया है। इसलिए हमें अपने आपको स्वस्थ्य और निरोगी रखना होगा। इसके लिए आवश्यक सिर्फ योग-प्राणायाम ही नहीं, बल्कि उच्च विचार, सर्वोत्तम चाहत, परमात्मा का सानिध्य, अनहद नाद, समाधि और परमार्थ भी आवश्यक है। योग-प्राणायाम के साथ इन सब चीजों को करना जरूरी है। डा. मदन मानव ने बताया कि जीवन को आनंदमय बनाने के लिए शरीर के कुछ अन्य आयामों पर ध्यान रखने की जरुरत है। शरीर में हार्मोन्स संतुलन का सीधा संबंध मनुष्य के मानसिक विचार, आहार, वातावरण से है। इसलिए जीवन में ईश्वर प्रार्थना, सफाई, शरीर में पंचतत्वों का बैलेंस, योगाभ्यास, सात्विक भोजन और कल की खुशियां महत्वपूर्ण है। उत्तर प्रदेश योगासन खेल संघ के महासचिव आचार्य विपिन पथिक ने बताया कि हमें अपनी जीवनशैली को बदलना होगा।

मनुष्य को सुबह की ताजी हवा की जरूरत 

 आजकल देररात तक काम करना और सुबह देरतक सोने का प्रचलन तेजी से हो गया है। लोग सुबह आठ से दस बजे तक जगते हैं। इससे उन्हें सुबह की ताजा हवा नहीं मिल पाती है। शरीर शिथिल होने लगता है। मनुष्य को सुबह की ताजी हवा की जरूरत होती है। उसमें उसे योग व्यायाम करना चाहिए, प्रार्थना करनी चाहिए, जिससे आप स्वस्थ्य रहेंगे। प्रदेश योगासन खेल संघ के चेयरमैन अशोक सिंह ने कहा कि कोरोना ने पूरे देश को अपने गिरफ्त में ले रखा है। हर कोई डरा और सहमा है। तमाम उपाय किए जा रहे हैं, मगर कोई रास्ता नहीं निकलकर आ रहा है। हमें योग-व्यायाम नियमित करना होगा। भोजन आदि पर विशेष ध्यान देना होगा। परिवार के साथ समय बीतना होगा। अपने दोस्तों से खुलकर बात करनी होगी, इससे आप स्वस्थ्य और निरोग रहेंगे। डा. विकास उपाध्याय ने कहा कि सबसे अधिक महत्वपूर्ण स्वास्थ्य है। यदि आप स्वस्थ्य हैं तो दुनिया को जीत लेंगे। जीवन के हर लक्ष्य की प्राप्ति कर सकते हैं। दशरथ मांझी की तरह आप पहाड़ का सीना चीरकर रख सकते हैं। इसलिए सेहत पर विशेष ध्यान देना चाहिए।


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