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Flood of faith : अलीगढ़ में सिद्धपीठ हैं देवी मंदिर, यहां हर मनौती होती है पूरी, जानिए मामला Aligarh news

नवरात्र में आस्था का सैलाब उमड़ता है। भक्त देवी मंदिरों में दर्शन करने जाते हैं। इस बार भी तैयारियां जोरों पर हैं। शहर में नौ देवी मंदिर चामुंडा देवी मंदिर सिद्धपीठ हैं जहां आने से हर मनौती पूर्ण होती है।

By Anil KushwahaEdited By: Published: Tue, 05 Oct 2021 02:19 PM (IST)Updated: Tue, 05 Oct 2021 02:20 PM (IST)
Flood of faith : अलीगढ़ में सिद्धपीठ हैं देवी मंदिर, यहां हर मनौती होती है पूरी, जानिए मामला Aligarh news
शहर में नौ देवी मंदिर, चामुंडा देवी मंदिर सिद्धपीठ हैं, जहां आने से हर मनौती पूर्ण होती है।

अलीगढ़, जागरण संवाददाता।  नवरात्र में आस्था का सैलाब उमड़ता है। भक्त देवी मंदिरों में दर्शन करने जाते हैं। इस बार भी तैयारियां जोरों पर हैं। शहर में नौ देवी मंदिर, चामुंडा देवी मंदिर सिद्धपीठ हैं, जहां आने से हर मनौती पूर्ण होती है। यह मंदिर पूरे जिले के भक्तों के लिए आस्था का केंद्र हैं।

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सात अक्‍टूबर से नवरात्र प्रारंभ

नवरात्र में हर तरफ मां अंबे की जय-जयकार होगी। सात अक्टूबर से माता रानी की भक्ति में पूरा शहर गूंज उठेगा। हर तरफ माता रानी के जयकारे गूंजेंगे। इसी के साथ श्रद्धालुओं के कदम माता रानी के मंदिरों की तरफ होंगे। जिले में कुछ ऐसे प्रसिद्ध मंदिर हैं, जहां हर मनौती पूर्ण होती है। नौरंगाबाद का नौ देवी मंदिर भी उनमें से एक हैं। यहां नौ देवी विराजमान हैं। नवरात्र में जिन देवियों का पूजन किया जाता है, उनके दर्शन यहां पर होते हैं। मंदिर काफी प्राचीन हैं। ऐसी मान्यता है कि मां यहां प्रगट हुई थीं, इसलिए यह मंदिर आस्था का केंद्र बन गया और यहां तमाम जिलों से भी श्रद्धालु आते हैं। ऐसा बताया जाता है कि यहां पर बुलंदहशर, हाथरस, कासगंज आदि जिलों से श्रद्धालु आते हैं। इसी प्रकार गांधीपार्क स्थित चामुंडा देवी मंदिर भी हैं। यह मंदिर भी श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र हैं। यहां भी पूरे जिले से श्रद्धालु आते हैं। यह शहर का अति प्राचीन मंदिरों में से एक है। नवरात्र में यहां भंडारे की परंपरा है। पूरे नौ दिनों तक श्रद्धालु यहां पर प्रसाद की व्यवस्था करते हैं। यहां सच्चे मन से जो भी श्रद्धालु एक बार आ जाता है, उसकी मनोकामना जरूर पूर्ण होती है। वहीं, महेंद्र नगर की मां काली की महिला तो अपरंपार हैं। यहां मानों मां काली साक्षात दर्शन देती हैं। मां का भव्य स्वरुप भक्ति के भाव से सराबोर कर देता है। यहां नाै दिनों तक श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ा रहता है। भजन-कीर्तन होते रहते हैं।

पत्थर की मूरत सारी

जिले में पथवारी मइया का आशीर्वाद अनुपम है। मां पत्थर के रुप में विराजमान हैं। पूरे जिले में दो-दो कदम पर पथवारी मइया का मंदिर दिखाई देगा पत्थर की मूरत में मां अद्भुत दर्शन देतीं हैं। काफी दूर-दूर से श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं और उनकी मनोकामना पूर्ण होती है। शहर में हाथरस अड्डे पर मां का भव्य मंदिर है। यहां तो आस्था ऐसी उमड़ती है कि श्रद्धालुओं काे संभालना मुश्किल होता है। दुबे पड़ाव, रामघाट रोड, भमौला में भी भक्तों का सैलाब उमड़ता है।


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