हरियाणा से पैसा न मिलने से अलीगढ़ में पुल निर्माण में हो रही है देरी aligarh news
टप्पल के मालव में यमुना पर बनने वाला पुल हरियाणा सरकार से पैसा न मिलने से अटका है। पुल का आधा हिस्सा हरियाणा प्रांत के हसनपुर की तरफ आ रहा है।
अलीगढ़ (जेएनएन)। टप्पल के मालव में यमुना पर बनने वाला पुल हरियाणा सरकार से पैसा न मिलने से अटका है। पुल का आधा हिस्सा हरियाणा प्रांत के हसनपुर की तरफ आ रहा है। इसलिए वहां की सरकार को पुल निर्माण के लिए आधा पैसा देना है। सेतु निगम अलीगढ़ ने प्रस्ताव बनाकर भेज दिया है, मगर हरियाणा से पैसा न मिलने से पुल के निर्माण में देरी हो रही है। पुल का निर्माण व संपर्क मार्ग सेतु निगम अलीगढ़ जोन ही करेगा।
मथुरा जिले से 84 कोसी परिक्रमा अलीगढ़ के टप्पल के मालव से होकर निकलती है। बीच में यमुना नदी भी परिक्रमा मार्ग में आती है।
लंबे समय से है मांग
श्रद्धालुओं के साथ ही आज लोगों की भी यमुना नदी पर काफी समय से पुल के निर्माण की मांग चल रही है। श्रद्धालुओं को परिक्रमा के समय नाव से नदी पार करनी पड़ती है। टप्पल के मालव आदि गांव के काफी लोग हसनपुर और पलवल बाजार करने जाते हैं, उन्हें भी नाव से होकर जाना पड़ता है। 84 कोसी परिक्रमा को देखते हुए सीएम योगी ने पुल के निर्माण के लिए प्रस्ताव बनाकर देने को कहा था। सेतु निगम अलीगढ़ ने आठ महीने पहले 120 करोड़ रुपये का प्रस्ताव बनाकर भेज दिया। इसमें पुल के साथ संपर्क मार्ग का निर्माण भी होगा। पुल की लंबाई छह सौ मीटर है।
दोनों सरकार का होगा खर्चा
उप्र और हरियाणा प्रांत को जोडऩे वाले इस पुल में आधा पैसा यूपी सरकार और आधा पैसा हरियाणा सरकार को देना है। यूपी सरकार से प्रस्ताव पर मोहर लग गई है। हरियाणा से देरी हो रही है। छह महीने से फाइल पर मोहर नहीं लग पाई है, जिसके चलते पुल निर्माण में देरी हो रही है। उप मुख्यमंत्री और लोक निर्माण विभाग के मंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने भी हरियाणा सरकार को पत्र लिखकर कार्रवाई को कहा है।
छह किमी बनेगा संपर्क मार्ग
पुल के दोनों ओर छह किमी संपर्क मार्ग भी बनेगा। इसपर पर छह करोड़ रुपये की लागत प्रस्तावित है। इसमें चार किमी मालव की तरफ बनेगा और हरियाणा प्रांत में हसनपुर में दो किमी संपर्क मार्ग बनेगा। इसकी चौड़ाई पांच मीटर होगी। चूंकि परिक्रमा के लिए श्रद्धालुओं का निकलना बाएं तरफ होगा, इसलिए उस तरफ पटरी तीन मीटर चौड़ी होगी, जबकि दाएं तरफ डेढ़ मीटर की चौड़ाई होगी। परियोजना प्रबंधक सेतु निगम वीरेंद्र सिंह का कहना है कि पुल के निर्माण के लिए 50 फीसद पैसा यूपी व 50 फीसद हरियाणा को देना है। सेतु निगम ने प्रस्ताव बनाकर भेज दिया है। अब इस पर मुहर लगने की जरूरत है।