मैकेनिक की मौत का नहीं खुला राज, जांच में जुटी अलीगढ़ पुलिस Aligarh news
बन्नादेवी थाना क्षेत्र के मैकेनिक चंद्रप्रकाश उर्फ भूरा की मौत का राज अभी तक नहीं खुल सका है। पुलिस बीमारी से मौत की बात कह रही है जबकि स्वजन मारपीट कर हत्या का आरोप लगा रहे हैं। भूरा का शव सारसौल स्थित रायल रेजिडेंसी के पास मिला था।
अलीगढ़, जेएनएन। बन्नादेवी थाना क्षेत्र के मैकेनिक चंद्रप्रकाश उर्फ भूरा की मौत का राज अभी तक नहीं खुल सका है। पुलिस बीमारी से मौत की बात कह रही है, जबकि स्वजन मारपीट कर हत्या का आरोप लगा रहे हैं। भूरा का शव सारसौल स्थित रायल रेजिडेंसी के पास मिला था। वहां कोई सीसीटीवी भी नहीं है। हालांकि पुलिस हर पहलू पर जांच कर रही है।
29 अगस्त को रायल रेजीडेंसी के सामने मिला था मैकेनिक का शव
सारसौल चौकी के पास रहने वाले 35 वर्षीय चंद्रप्रकाश उर्फ भूरा कार-बाइक मैकेनिक थे। 29 अगस्त को रायल रेजीडेंसी के सामने उनका शव मिला था। स्वजन ने हत्या का आरोप लगाते हुए पुलिस चौकी पर हंगामा किया। देर शाम पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने अंतिम संस्कार कराने का प्रयास किया तो स्वजन व स्थानीय लोग इसके विरोध में आ गए थे। वे परिवार की दयनीय स्थिति देखते हुए मुआवजे की मांग करने लगे। आरोप लगाया कि इलाका पुलिस ने मुकदमा दर्ज नहीं किया। आश्वासन मिलने पर अगले दिन दोपहर में अंतिम संस्कार किया गया।
मृतक की पत्नी ने दर्ज करायी थी रिपोर्ट
चंद्रप्रकाश की पत्नी की ओर से दर्ज कराई गई रिपोर्ट में कहा गया है कि आरोपितों ने पति पर दुकान से चोरी करने का इल्जाम लगाते हुए बंधक बना लिया और बेरहमी से मारपीट कर हत्या कर दी। बिजली करंट लगाने का भी आरोप है। मामले में पांच लोगों पर मुकदमा दर्ज हुआ है। इसमें सारसौल निवासी आजाद मिस्त्री और हरेंद्र शीशे वाले व तीन अन्य साथियों को नामजद कराया है। सीओ मोहसिन खान ने बताया कि हर पहलू पर जांच की जा रही है।
पुलिस पर आरोपितों को बचाने का आरोप
स्वजन का कहना है कि पुलिस मामले में लीपापोती कर रही है। एक सप्ताह बीत जाने के बावजूद पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है। उन्होंने पुलिस पर आरोपितों को बचाने के प्रयास का भी आरोप लगाया।