कोरोना काल में डेंगू का खतरा भी कम नहीं, करिए बचाव Aligarh news
भारत में पिछले साल 67 हजार मामले दर्ज किए गए थे। जनपद में 300 से ज्यादा मामले सामने आए। ज्यादातर लोग एक सप्ताह में ठीक हो जाते हैं अन्यथा गंभीर लक्षण दिखाई देने लगते हैं।
अलीगढ़, जेएनएन। कोविड-19 वायरस के चलते लोग इस बार जानलेवा डेंगू व अन्य मच्छरजनित बीमारियों को भूल गए हैं। कम बरसात के चलते भलेे ही डेंगू का प्रकोप अभी दिखाई नहीं दे रहा हो, मगर इसका मतलब ये नहीं कि इस बार डेंगू का खतरा टल गया। डेंगू ऐसा बुखार है, जिसे माहमारी के रूप में देखा जाता है। सोमवार को 'डेंगू निरोधक दिवस' है। आइए, डेंगू के बारे में महत्वपूर्ण बातें जानें।...
जानलेवा है डेंगू
देश में डेंगू व अन्य मच्छरजनित बीमारियों से सैकड़ों जानें चली जाती हैं। भारत में पिछले साल 67 हजार मामले दर्ज किए गए थे। जनपद में 300 से ज्यादा मामले सामने आए। ज्यादातर लोग एक सप्ताह में ठीक हो जाते हैं, अन्यथा गंभीर लक्षण दिखाई देने लगते हैं। जैसे-पेट में तेज दर्द, मूत्र, मल या उल्टी में ब्लड आना, थकान व बेचैनी होना, सांस लेने में दिक्कत, मसूड़ों या नाक से रक्तश्राव होना आदि। बारिश होने के बाद इसके फैलने की आशंका अधिक रहती है। यह एडिज मच्छर के काटने से होता है, जो साफ व ठहरे हुए पानी में अधिक फैलते हैं।
ये हैं लक्षण
सिरदर्द, जोड़ों-मांसपेशियों में और शरीर में दर्द, उल्टी, आंखों में दर्द, ग्रंथियों में सूजन, तेज बुखार व चिड़चिड़ापन आदि डेंगू से सामने लक्षण हैं। बरसात के मौसम में यह आम है। लक्षण दिखते ही अपने रक्त की जांच कराएं और आसपास मच्छरों से सुरक्षा के उपाय करें।
ऐसे करें बचाव
- घर के आसपास पानी ने इक_ा होने दें।
- गमलों, पुराने टायर व अन्य पात्रों को पानी बदलते रहें।
- कूलर का पानी सप्ताह में एक बार जरूर बदल दें।
- सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें।
- घर की खिड़कियों में जाली या स्क्रीन होनी चाहिए।
- मच्छर भगाने वाले सुरक्षित उपाय करें।
डेंगू रोधी अभियान
डेंगू को रोकन के लिए मच्छरों की आबादी व मानव एक्सपोजर को नियंत्रित करना जरूरी है। मच्छरों से काटने से बचना चाहिए। ऐसे कपड़े पहनें, जिससे पूरा शरीर ढका रहे, जिससे मच्छर काट न पाए। हर साल डेंगू रोधी अभियान चलाया जाता है। इस साल डेंगू का प्रकोप नहीं दिख रहा। - डॉ. राहुल कुलश्रेष्ठ, जिला मलेरिया अधिकारी।