शहर के लोगों ने बोला शादी-समारोह में मेन्यू कराएंगे कम, भोजन बर्बादी पर लगाएंगे रोक Aligarh news
देश में आज भी प्रतिदिन 18 करोड़ लोगों को भूखे पेट सोना पड़ता है। उन्हें दो जून की रोटी तक नसीब नहीं होती है। दूसरी तरफ अन्न की बर्बादी खूब होती है।
अलीगढ़ [ जेएनएन ] : देश में आज भी प्रतिदिन 18 करोड़ लोगों को भूखे पेट सोना पड़ता है। उन्हें दो जून की रोटी तक नसीब नहीं होती है। दूसरी तरफ अन्न की बर्बादी खूब होती है। शादी-समारोह में खूब भोजन बर्बाद होता है, यदि मेन्यू कुछ कम कर लिया जाए तो भोजन की बर्बादी को रोका जा सकता है। भोजन बचने के बाद यदि उसे जरूरतमंद लोगों तक पहुंचा दिया जाए तो कुछ हद तक हम लोगों को भूखे पेट सोने से रोक सकेंगे। इसके लिए सामाजिक क्रांति की जरूरत है, जिसे सामाजिक संगठनों के बिना सफल नहीं बनाया जा सकता है। इसलिए दैनिक जागरण मुहिम में सामाजिक संगठनों को भी जोडऩे की पहल कर रहा है, जिससे यह मुहिम को जनआंदोलन बनाया जा सके। इसी कड़ी में श्री अग्रवाल युवा संगठन के अध्यक्ष दुर्गेश से बातचीत की है।दैनिक जागरण की मुहिम 'भंडार भरा पर पेट खाली ' अब रंग लाने लगी है। समाजसेवी संगठनों ने भोजन की बर्बादी को रोकने के लिए बीड़ा उठा लिया है।
शादी-समारोह के मेन्यू में 100 से भी अधिक आइटम होते हैं
शहर में तमाम संगठन इस मुहिम से जुड़ रहे हैं। उनका कहना है कि जिस अन्न को धर्म पुराणों में देवता माना गया है, वो बर्बाद होता है, इससे दुर्भाग्यपूर्ण और कुछ नहीं हो सकता है। शादी-समारोह में भी मेन्यू में 100 से भी अधिक आइटम होते हैं, इससे भी अन्न की खूब बर्बादी होती है, उसे भी हमें रोकना होगा। इसी कड़ी में श्री अग्रवाल युवा संगठन ने शादी-पार्टी में मेन्यू कम कराने, भोजन की बर्बादी को रोकने के लिए बीड़ा उठाया है। वह अपने सभी कार्यक्रमों में इसके प्रति समाज को जागरूक करेंगे।
जिम्मेदारी से अन्न की बर्बादी को रोके
आप अपने सभी कार्यक्रमों में पर्यावरण संरक्षण समेत तमाम मुद्दों पर जोर देते हैं। 'भंडार भरा पर पेट खाली' मुहिम में कैसे सहयोग करेंगे? देखिए, ये सिर्फ श्री अग्रवाल युवा संगठन का विषय नहीं है। आज प्रत्येक नागरिक की जिम्मेदारी है कि वह अन्न की बर्बादी को रोके। मैं भरोसा दिलाता हूं कि मेरा संगठन प्रत्येक कार्यक्रमों में अन्न की बर्बादी रोकने के लिए पूरा प्रयास करेगा। इस मुहिम में सामाजिक जागृति आए इसके लिए क्या उपाय करेंगे?
'अग्र ज्योति ' पत्रिका में हम सामाजिक मुद्दों पर जगह देंगे
संगठन की ओर से निकाली जाने वाली 'अग्र ज्योति ' पत्रिका में हम सामाजिक मुद्दों पर भी जोर देते हैं। आपके इस मुहिम के बारे में पत्रिका में जगह देंगे, जिससे पूरे देश तक यह आवाज पहुंचे और सामाजिक जागृति आ सके। आजकल शादी समारोह व अन्य पार्टियों में लंबा-चौड़ा मेन्यू होता है। कई बार तो 100 से भी अधिक आइटम होते हैं।
भोजन की बेतहाशा बर्बादी होती हैै
मेहमान इतने आइटम तक पहुंच भी नहीं पाते और भोजन की बेतहाशा बर्बादी होती हैै। इसे रोकने के लिए आपका संगठन क्या करेगा? हमारे जितने भी कार्यक्रम होते हैं, उसमें यदि भोजन बचता है तो हम लोग पैक करा लेते हैं, उसे अचलेश्वरधाम मंदिर, गांधी पार्क स्थित चामुंडा देवी मंदिर के पास बंटवाते हैं, जिससे वो बर्बाद न हो। मैं अन्य संगठनों से भी अपील करता हूं कि वह भी इस कार्य को करें और दैनिक जागरण की मुहिम में बढ़चढ़कर हिस्सा लें।