अलीगढ़ में आरक्षण के मुद्दे से की जा रही है सियासी फसल की तैयारी
बूथ सम्मेलन में छह फरवरी को एएमयू में आरक्षण के मुद्दे पर सीएम योगी आदित्यनाथ के गरजने के बाद से अब भाजपाई भी मुखर हो गए हैं।
अलीगढ़ (जेएनएन)। बूथ सम्मेलन में छह फरवरी को एएमयू में आरक्षण के मुद्दे पर सीएम योगी आदित्यनाथ के गरजने के बाद से अब भाजपाई भी मुखर हो गए हैं। एएमयू में अनुसूचित जातिके आरक्षण को लेकर बयान दे रहे हैं। लोकसभा चुनाव में एनवक्त पर आरक्षण के मुद्दे को गरमाकर सियासी फसल उगाने की तैयारी की जा रही है। यह सबको पता है कि यह आवाज पूरे देश में सुनी जाती है।
सीएम ने उठाया था मुद्दा
बूथ सम्मेलन में सीएम ने कहा था कि एएमयू केंद्र की मदद से चलने वाला शिक्षण संस्थान है, लेकिन अनुसूचित जाति के छात्रों को आरक्षण का लाभ नहीं मिलता। इसके बाद यह मुद्दा सांसद सतीश गौतम ने संसद में उठाया था। उनका कहना है कि एएमयू अनुसूचित जाति के साथ अन्याय कर रहा है। अब जिलाध्यक्ष गोपाल सिंह भी इसे धार दे रहे हैं। उन्होंने कांग्रेस के पूर्व सांसद चौधरी बिजेंद्र सिंह के बूथ सम्मेलन पर दिए बयान का जवाब तो नहीं दिया, उल्टा उन पर ही सवाल दाग दिया। गोपाल कह रहे हैं कि बिजेंद्र सिंह बताएं कि वे एएमयू में आरक्षण न मिलने पर आवाज क्यों नहीं उठाते हैं? अनुसूचित जाति के छात्रों के साथ वर्षों से अन्याय हो रहा है, मगर वो कभी छात्रों के पक्ष में नहीं खड़े हुए। गोपाल सिंह ने कहा कि भाजपा अनुसूचित जाति के छात्रों के साथ खड़ी है। उन्हें आरक्षण दिलाने के लिए हर कदम उठाया जाएगा। एएमयू में उत्तर प्रदेश के अलावा बिहार, पश्चिम बंगाल और साउथ से भी छात्र पढऩे आते हैं। भाजपा नेताओं का लगातार अनुसूचित जाति के छात्रों के आरक्षण के मुद्दे पर बोलने से माना जा रहा है कि वे इस मुद्दे की हवा दूर तक ले जाने की तैयारी में है।