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शासन ने दिखाई सख्ती, अब भाव नहीं खाएगा सब्जियों का राजा आलू Aligarh news

अक्टूबर बीतने को है मगर आलू अब भी ताव खा रहा है। अभी भी कीमतें बाजार में कम नहीं है क्योंकि किसानों ने और मुनाफा पाने के लालच में आलू को अभी कोल्ड स्टोरेज में रखा है ताकि मुनाफा और बढ़ जाए।

By Parul RawatEdited By: Published: Wed, 28 Oct 2020 12:23 PM (IST)Updated: Wed, 28 Oct 2020 12:23 PM (IST)
शासन ने आलू के मुनाफाखोरों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया

हाथरस, जेएनएन : अक्टूबर बीतने को है मगर आलू अब भी ताव खा रहा है। अभी भी कीमतें बाजार में कम नहीं है क्योंकि किसानों ने और मुनाफा पाने के लालच में आलू को अभी कोल्ड स्टोरेज में रखा है ताकि मुनाफा और बढ़ जाए। ये हालात देख अब शासन ने आलू के मुनाफाखोरों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। शासन की ओर से सभी जिलाधिकारियों को 31 अक्टूबर तक शीतगृह खाली करने के निर्देश दिए हैं। आलू ने भी अब महंगाई की राह पकड़ ली है। अन्य सब्जियां तो पहले से ही महंगी बिक रहीं हैं। त्योहारों के सीजन में आलू पर बढ़ती महंगाई लोगों की मुसीबतें बढ़ा रही है। नया आलू आने के बाद ही आलू के कुछ सस्ते होने की उम्मीद जताई जा रही है। खास बात यह है कि त्योहारों के सीजन में आलू अक्सर मंहगा हो जाया करता है।

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ऐसे बढ़ा था आलू का भाव

बता दें कि करीब तीन महीने पहले तक आलू की कीमत 20 से 25 रुपये किलो थी मगर अब आलू आज बाजार में 35 से 40 रुपये किलो में बिक रहा है। इसमें अच्छी क्वालिटी का चिपसौना व पहाड़ी आलू के रेट सबसे अधिक हैं। अपने यहां का आलू भी 35 रुपये प्रति किलोग्राम से कम नहीं मिल रहा है। वहीं थोक में आलू की कीमतें करीब 100 से 110 रुपये प्रति पांच किलोग्राम के रूप में मंडी में बिक रहा है।  

त्योहारों के सीजन में आलू रहता है महंगा

आलू की बढ़ती कीमतें बढ़ने से ग्राहक परेशान हैं। सर्दी आते ही हरी सब्जियों के भाव तेजी से गिर गए हैं। मगर आलू के भाव गिरने का नाम नहीं ले रहे हैं। इस बारे में पड़ताल करने पर पता चला कि जो आलू कोल्ड स्टाेरेज से सितंबर तक बाजार में आ जाता था वह अक्टूबर बीतने को है फिर भी कोल्ड में है। इस संबंध में जिला उद्यान अधिकारी गमपाल सिंह कई बार किसानों से अनुरोध कर चुके हैं कि वह हर हाल में आलू को बाजार में लाएं क्योंकि अभी भी बाजार में आलू का वाजिब मूल्य मिल रहा है। आने वाले दिनों में नया आलू आने के बाद जो मुनाफा मिल रहा है वह भी नहीं मिल पाएगा।

आवक कम होने से बढ़ रहे दाम

मंडी के आढ़ती रामसेवक सिंह का कहना है कि मंडी में ही आलू के रेट बढ़े हुए हैं। आलू के कम आने के कारण ही इसकी कीमतें बढ़ती जा रही हैं। नया आलू आने तक इसकी कीमतें बढ़ी हुई ही रहेंगीं। आलू खरीदने वाले ग्राहकों का कहना है कि सब्जी तो खानी है तो महंगा आलू खरीदना ही होगा।

ये भी जानिए

बाजार में आलू की कीमतें इसलिए बढ़ी हैं क्योंकि उत्‍तराखंड से आने वाला पहाड़ी आलू और फर्रुखाबाद से आने वाला आलू बाजार में नहीं आया है। नया आलू जिस दिन बाजार में आ जाएगा उस दिन कोल्ड में और मुनाफे के फेर रखा आलू रखा ही रह जाएगा। इसके अलावा हसन, पंजाब से भी आलू इन दिनों यहां बिकने आता था मगर इस बार वह भी नहीं आया।

इनका कहना है

अभी तक शासन की ओर की ओर दिए गए आदेश की कापी हमें मिली नहीं है। जैसे शासन से निर्देश मिलेंगे उनका अनुपालन हर हाल में कराया जाएगा।

 - प्रवीण कुमार लक्षकार, डीएम हाथरस।


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