नशा करने की मां से शिकायत करने पर एएमयू के निष्कासित छात्र को मारी थी गोली aligarh news
शैजी ने बताया कि उसकी रिजवान से काफी समय से दुश्मनी चल रही है। कुछ दिन पहले नशा करने की शिकायत रिजवान ने उसकी मां से कर दी थी। इस पर दोनों में विवाद हो गया था।
अलीगढ़, जेएनएन। आए दिन नशा करने की शिकायत साथी की मां से करना ही अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी से निष्कासित अमरोहा के रिजवान को महंगा पड़ा। नाराज छात्र शैजी उर्फ अब्दुल्ला पुत्र इकरामुल्लाह निवासी मुनीर अपार्टमेंट ब्लॉक ए सर सैयद नगर ने अपने शातिर दोस्त सब्लू पुत्र पप्पू निवासी गली नंबर 14 जीवनगढ़ के साथ एएमयू कैंपस पहुंच रिजवान को गोलीमारकर घायल कर दिया था। तीन दिन पहले हुई इस वारदात के दोनों आरोपित पुलिस ने गुरुवार को गिरफ्तार कर लिए। कई दिन से तलाश में जुटी पुलिस को दोनों लाल डिग्गी तिराहे के पास मिले। सब्लू से तमंचा बरामद किया गया है। एसपी सिटी अभिषेक कुमार ने बताया कि पूछताछ में पता लगा कि इसी तमंचे से रिजवान पर गोली चलाई गई। घायल रिजवान का मेडिकल क़ालेज में इलाज चल रहा है।
अमरोहा का है रिजवान
अमरोहा निवासी रिजवान डिप्लोमा इन कंप्यूटर साइंस (अंतिम वर्ष) का छात्र था। इंतजामिया ने उसे जुलाई में परीक्षा में नकल करने के आरोप में तीन साल के लिए निष्कासित कर दिया। इसके बावजूद रिजवान आरएम हॉल में रह रहा था। 24 नवंबर की रात करीब ढाई बजे साथी ने कैंपस में ही गोली मार दी गई थी। तब उसे जेएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया। इलाज अभी चल रहा है। घटना की रिपोर्ट रिजवान ने सिविल लाइंस थाने में दर्ज कराई थी। रिजवान ने बताया कि वह कमरे में सो रहा था। करीब सवा दो बजे उसके मोबाइल फोन पर कॉल आई। फोन शैजी ने किया। शैजी एएमयू का ही छात्र है। उसने फोन पर कहा, मैं शैजी बोल रहा हूं। आरएम हॉल के गेट पर आ जाओ। जब नीचे आया तो उससे कहासुनी हो गई। गाली गलौज करने के बाद शैजी ने तमंचा निकालकर सीने पर गोली चला दी। किसी तरह हॉस्टल के लड़कों ने मुझे मेडिकल कॉलेज पहुंचाया।
सब्लू ने चलाई थी गोली
घटना के बाद से ही पुलिस आरोपित छात्र की तलाश में थी। इसके लिए कई स्थानों पर दबिश दी गई थी। लेकिन कोई पता नहीं लग पा रहा था। मामले के खुलासे के लिए एसएसपी आकाश कुलहरि ने दो टीमें बना दी थीं। बुधवार को थाना प्रभारी अमित कुमार ने शैजी उर्फ अब्दुल्ला पुत्र इकरामुल्लाह निवासी मुनीर अपार्टमेंट ब्लॉक ए सर सैयद नगर व सब्लू पुत्र पप्पू निवासी गली नंबर 14 जीवनगढ़ को लाल डिग्गी तिराहे के पास से गिरफ्तार कर लिया। दोनों मोटरसाइकिल पर थे। शैजी से तमंचा बरामद किया गया, पूछताछ में पता लगा कि इसी तमंचे से रिजवान को गोली मारी गई थी।
गार्ड पर भी की गई फायरिंग
शैजी ने बताया कि उसकी रिजवान से काफी समय से दुश्मनी चल रही है। कुछ दिन पहले नशा करने की शिकायत रिजवान ने उसकी मां से कर दी थी। इस पर दोनों में विवाद हो गया था। इस कारण रिजवान उसे हॉस्टल जान से रोकने लगा। शैजी ने बताया कि मैं 25 की रात अपने साथी सब्लू को जीवनगढ़ से बुलाकर ले गया। मैंने फोन कर रिजवान को हॉस्टल से बाहर बुलाया, जिससे मां से शिकायत की बात को लेकर कहासुनी सुनी हो गई। इस दौरान मेरे कहने पर सब्लू ने रिजवान को गोली मार दी। इसके बाद हम कैंपस में अंदर की ओर भागे। गार्ड ने पकड़ने का प्रयास किया तो उस पर भी फायरिंग की।
सब्लू के खिलाफ दर्ज हैं 10 मामले
सब्लू के खिलाफ थाना क्वार्सी और सिविल लाइन में दस मामले दर्ज हैं। शैजी ने बताया कि उसे नहीं पता था कि सब्लू बदमाश है। पहले भी कई घटनाओं को अंजाम दे चुका है और जेल जा चुका है। शैजी के खिलाफ सिविल लाइन थाने में दो मामले दर्ज हैं।
एएमयू ने की कार्रवाई
अब्दुल्ला उर्फ शैजी डिप्लोमा इंजीनियरिंग (प्रथम) का छात्र है। सिविल लाइंस क्षेत्र के मुनीर अपार्टमेंट में रहता है। पता ये भी चला है कि अब्दुल्ला ने रिजवान पर पेट्रोल देने का भी दबाव बनाया था। गोली रिजवान के सीने में दाहिनी ओर लगी। आरोपित ने भय दिखाने के लिए और भी फायर किया। एएमयू प्रॉक्टर प्रो. अफीफुल्लाह खान ने बताया कि शैजी के खिलाफ निलंबन की कार्रावाई की गई है।