पूरे शहरवासी मिलकर अन्न बचाएंगे, जन-जन को जगाएंगे Aligarh news
दैनिक जागरण की मुहिम भंडार भरा पर पेट खालीÓ ने प्रत्येक वर्ग की संवेदनाओं को जगा दिया है।
अलीगढ़ [जेएनएन] दैनिक जागरण की मुहिम 'भंडार भरा पर पेट खालीÓ ने प्रत्येक वर्ग की संवेदनाओं को जगा दिया है। मुहिम से जुड़कर वह ऐसे लोगों की मदद के लिए तैयार हैं, जिन्हें दो जून की रोटी नहीं मिलती है। शहर के तमाम सामाजिक संगठनों ने मुहिम में हर तरह से मदद का भरोसा दिया है। उनका कहना है कि सामाजिक संगठन होने के चलते हमारा दायित्व है कि कोई भूखा न रहे। हमें मिलकर अन्न की बर्बादी को भी रोकना है। इसमें सामाजिक क्रांति की जरूरत है। यदि हम मिलकर आगे बढ़ेंगे तो निश्चित हमें बढ़ी सफलता
हम पहले से कर रहे काम
अखिल भारतवर्षीय महासभा के संयुक्त महामंत्री विनीत केला ने दैनिक जागरण की पहल को सराहा है। उन्होंने कहा कि दो साल पहले राजस्थान जोधपुर के महासभा के महासम्मेलन में 'जितना लो थाली में, व्यर्थ न जाए नाली मेंÓ नारा दिया गया था। तब से अबतक हर बैठक में इस नारे के बैनर या पोस्टर लगाए जाते हैं। वैवाहिक समारोह में भी हमारे पदाधिकारी इसकी चर्चा करना नहीं भूलते। देश में आज भी अन्न की काफी बर्बादी हो रही है। सामूहिक भोज में बड़े स्तर पर बर्बादी की जाती है, जबकि देश की अभी भी आर्थिक हालत ठीक नहीं है। हजारों लोग एक वक्त का खाना खाकर सोते हैं। अगर खाना बन भी जाए, तो उसका वितरण होना चाहिए। यह खाना गरीब बस्तियों अथवा मंदिर-मस्जिद के आसपास बैठने वालों को बांट सकते हैं। हमें अन्न की बर्बादी रोकने के लिए युवा पीढ़ी को जागरूक करना होगा। इसकी मुहिम हर व्यक्ति अपने घर से कर सकता है।
सभी कार्यक्रमों में करेंगे अपील
माहेश्वरी क्रिएटिव क्लब के संरक्षक संजय माहेश्वरी ने कहा कि हमारा क्लब समाजसेवा के प्रति हमेशा आगे रहता है। दैनिक जागरण ने जिस मुद्दे को उठाया है, वो वाकई संवेदनशील है। हम विकास की नित नई गाथा लिख रहे हैं। तमाम उपलब्धियां हमसे जुड़ती जाती हैं, मगर लोग यदि भूखे सोते हैं तो यह सब बेकार है। उसपर भी दुख तब होता है, जब सरकारी गोदामों में अन्न की बर्बादी होती है। मेरा पूरा क्लब 'भंडार भरा पर पेट खालीÓ मुहिम में पूरी शिद्दत के साथ जुटेगा। हमारे यहां प्रत्येक महीने कोई न कोई आयोजन होता ही रहता है, उसमें हम किसी भी सूरत में अन्न की बर्बादी नहीं होने देंगे। यदि भोजन अधिक हो जाता है, तो हम उसे मंदिर और अन्य जगहों पर बैठे लोगों में बंटवा देंगे। शादी-पार्टी में भी लोगों को जागरूक करेंगे कि वहां भोजन की बर्बादी न हो। इस मुहिम को जनजन तक ले जाने की कोशिश करेंगे। इस मुहिम के माध्यम से कम से कम शहर में ऐसा हो कि कोई भूखा न रहे।
सख्त कानून की हुई मांग
माहेश्वरी महासभा अलीगढ़ मंडल के पूर्व कार्यकारिणी सदस्य गिर्राज गोदानी ने अन्न की बर्बादी रोकने के लिए सख्त कानून बनाने की मांग की है। साथ ही होटल, रेस्टोरेंट में अगर कोई ग्राहक अपनी टेबल पर झूठा खाना छोड़कर जाता है, उसपर कुल चुकाए गए बिल का 20 से 25 फीसद जुर्माना लगना चाहिए। वैवाहिक समारोह हो, या बर्थ डे पार्टी। लोगों को जागरूक कर प्लेट में इतना ही खाना लें, जिसे खत्म कर सकें। उतना ही व्यंजन लें जो बर्बाद न हो। गोदानी ने रोचक किस्सा भी बताया। कहा कि एक बार रतन टाटा विदेश गए थे। उन्होंने देखा की रेस्टोरेंट खाली है, वहां सिर्फ एक लड़का व लड़की बैठे थे। रतन टाटा ने खाने का ऑर्डर दिया। खाना खाने के बाद कुछ बचा। जब वह बिल चुकता करने के बाद चलने लगे तो उन्हें खाली बैठे लड़का व लड़की ने रोका। खाना बर्बादी के लिए उनसे जुर्माना वसूला गया। यह व्यवस्था देश में भी हो।
बनाएंगे प्रभावी रणनीति
माहेश्वरी महासभा के जिला अध्यक्ष संजीव गोदानी ने कहा कि महासभा के एजेंडे में अन्न बर्बादी रोकने के लिए मुहिम छेड़े हुए हैं। दैनिक जागरण की इस मुहिम में हम भी बढ़चढ़कर हिस्सा लेंगे। इसके लिए महासभा की बैठक बुलाकर ठोस रणनीति को अंजाम देंगे। सार्वजनिक स्थानों पर लोगों को जागरूक करने के लिए होर्डिंग्स व पोस्टर लगवाएंगे। प्रशासन को भी चाहिए कि वह गेहंू व चावल के स्टॉक की देख रेख करे। गेहंू व धान कलेक्शन के दौरान हजारों टन अनाज बारिश होने के चलते खराब हो जाता है। सरकारी राशन वितरण प्रणाली में सुधार की जरूरत है। हम दैनिक जागरण की इस मुहिम में पूरी तरह साथ देने के लिए तैयार हैं।