AMU में मंदिर, गुरुद्वारा और चर्च बनाने की मांग ने मचाई खलबली
एएमयू इतिहास में संभवत: यह पहला मौका है, जबकि मस्जिद के सिवाय अन्य धर्मों के आराध्यस्थल बनाने की मांग उठाई गई है।
अलीगढ़ (जेएनएन)। एएमयू इतिहास में संभवत: यह पहला मौका है, जबकि मस्जिद के सिवाय अन्य धर्मों के आराध्यस्थल बनाने की मांग उठाई गई है। मांग भी की है एएमयू के ही छात्रनेताओं ने। इससे सकते में आए एएमयूू प्रशासन ने पूरी तरह से चुप्पी साध ली है। वहीं, छात्रसंघ अध्यक्ष सलमान इम्तियाज ने मांग को राजनीति से प्रेेेेरित करार दिया है
पहली बार सर्वधर्म सदभाव की गूंज
देश-दुनिया की ख्यातिलब्ध अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) में मंदिर, गुरुद्वारा और चर्च बनाने की मांग ने खलबली मचा दी हैै। यह मांग भी उसी एएमयू से उठी है, जिसके कुछ छात्र पिछले दिनों नोएडा के एक पार्क में बगैर इजाजत के नमाज अदा करने से रोकने को गलत बता रहे थेेे। भाजपा के विधायक ठा. दलवीर सिंह के पौत्र और एएमयू स्टुडेंट लीडर ठा. अजय सिंह की ओर से दूसरों धर्मों के अनुयायियों के पूूूूजा घरों के निर्माण की मांग पर एएमयू प्रशासन कुछ भी कहने को तैयार नहीं हैै। एएमयू छात्रसंघ अध्यक्ष सलमान इम्तियाज जरूर इसे राजनीति से प्रेरित मांग बता रहे हैं। आगे यह भी जोड़ते हैं कि मंदिर निर्माण की मांग करने वालों को केंद्र सरकार से एएमयू के लिए और बजट की मांग करनी चाहिए।
एएमयू में पिछले साल छात्रसंघ अध्यक्ष का चुनाव लड़कर सुर्खियों में आए भाजपा के बरौली से विधायक ठा. दलवीर सिंह के पौत्र ठा. अजय सिंह ने कुलपति को लिखे पत्र में यह मुद्दा उठाया है। कहा है, नोएडा के पार्क में नमाज को लेकर एएमयू छात्रसंघ की ओर से कई बातें कही गईं, जबकि नोएडा का पार्क अलीगढ़ से 120 किमी दूर है। नमाजियों को भेजे सामान्य से एक नोटिस पर हम उबल रहे हैं। एएमयू में हमारे मुस्लिम साथी हर हॉस्टल में नमाज पढ़ सकते हैं। क्या कभी सोचा है कि हमारे साथ हॉस्टल में रहने वाले हिंदू भाइयों को पूजा के लिए कैंपस में देवस्थान क्यों नहीं दे पाए हैं? अजय सिंह ने छात्रसंघ व इंतजामिया से मांग की है कि छोटा-सा ही सही, मौलाना आजाद लाइब्रेरी कैंटीन के पास मां सरस्वती का मंदिर बनवाएं। सिख छात्रों के लिए एक गुरुद्वारा व ईसाई छात्रों के लिए चर्च भी बनवाया जाए।
11 हजार रुपये देने का एलान किया
एएमयू के ही छात्रनेता सोनवीर सिंह ने कहा है कि इंतजामिया लाइब्रेरी कैंटीन के पास मंदिर निर्माण कराए। इसके लिए वह बतौर सहयोग राशि 11 हजार रुपये देने को राजी हैं। एएमयू के ही दो छात्र नेताओं की ओर से उठाई गई इस मांग के बाद से कैंपस में अजीब सी बेचैनी देखनेे को मिल रही है। इंतजामिया का कोई भी प्रतिनिधि कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है।
नमाज पर प्रतिबंध से ध्यान हटाने की कोशिश : इम्तियाज
एएमयू छात्रसंघ अध्यक्ष सलमान इम्तियाज ने कहा है कि कुछ लोग नोएडा के पार्क में नमाज पर लगाए गए प्रतिबंध से देश का ध्यान हटाने के लिए एएमयू में मंदिर निर्माण का मुद्दा उठा रहे हैं। ऐसे लोगों को नोएडा में नमाज पर प्रतिबंध हटाने की मांग करनी चाहिए थी। वे एएमयू में मंदिर के नाम पर राजनीति करने लगे हैं। ऐसी मांग चुनाव के समय ही याद आती है।
हर मुद्देे पर क्यों बोलते हैं एएमयू वाले
यह विचित्र किंतु सत्य है कि एएमयू में उन तमाम मसलों पर बहस होती है, जिनका हिंदुस्तान से कोई लेना-देना नहीं होता। कभी अमेरिका के खिलाफ तो कभी चीन के। इसराइल ने फलिस्तीनियों पर दमनात्मक कार्रवाई के खिलाफ तो अक्सर ही यह बात सामने आती है। अचानक एएमयू छात्रों का आक्रोश फूट पड़ता है और जुलूस के बाद बाकायदा ज्ञापन देकर सलाह तक दे दी जाती है कि भारत सरकार को इसराइल के साथ अपने कूटनीतिक और सैन्य संबंध समाप्त कर लेने चाहिए। कुछ लोग यह सवाल पूछते हैं कि आखिर हर मसले पर टांग क्यों फंसाते रहते हैं एएमयू वाले?