प्याज से निकले महंगाई के 'आंसू', ये है वजह Aligarh News
15 दिन में 20 से 25 रुपये प्रति किलो तक दाम बढ़ गए हैं। खुदरा बाजार में प्याज 60-70 रुपये प्रति किलो मिल रही है थोक में कीमत 45-50 रुपये है।
अलीगढ़ (जेएनएन)। बाजार में उतरी प्याज एक बार फिर रुला रही है। अचानक बढ़े दामों से लोग अवाक हैं। 15 दिन में 20 से 25 रुपये प्रति किलो तक दाम बढ़ गए हैं। खुदरा बाजार में प्याज 60-70 रुपये प्रति किलो मिल रही है, थोक में कीमत 45-50 रुपये है। कारोबारियों का कहना है कि खपत के मुकाबले आवक घटने से दाम बढ़ रहे हैैं। पिछले माह प्याज 35 से 40 रुपये प्रति किलो फुटकर में थी।
बारिश से घटी आवक
जिले की मंडियों में नासिक, इंदौर आदि बड़ी मंडियों से प्याज आती है। आढ़तियों का कहना है कि वहां बारिश व बाढ़ आने से आवक घट गई है, जिससे 15 दिन में कीमत बढ़ गई हैं। धनीपुर मंडी में 55-60 रुपये प्रति किलो फुटकर में मिल रही है, जो 2018 के बाद का सबसे ऊंचा स्तर है। थोक में कीमत 45-50 रुपये है। जिले में प्याज का रकबा 20 से 25 हेक्टेयर है, जो खपत की अपेक्षा नाकाफी है। आढ़तियों की मानें तो प्याज की कीमत अभी और बढ़ सकती हैं। कृषि अधिकारी भी प्याज के भाव में अचानक आई तेजी से हैरान हैं।
खपत के मुकाबले आवक कम
आढ़ती पंकज अग्रवाल बताते हैं कि आवक कम होने से कीमतें बढ़ी हैं। मंडी में फुटकर के भाव 55-60 व थोक में 45-50 रुपये प्रति किलो हैैं। बाजार में कीमत अलग हो सकती है। आढ़ती अजय कुमार का कहना है कि जब प्याज मंडियों तक पहुंचेगी नहीं तो कीमत बढऩा लाजमी है। हरी सब्जियों के भाव भी बढ़ रहे हैं। खपत के मुकाबले आवक कम हो रही है।
बाहर से कम आ रही है प्याज
जिला उद्यान अधिकारी एनके सहानिया ने बताया कि यह सही है कि आवक कम होने से प्याज की कीमतों में इजाफा हुआ है। बाहर से प्याज इतनी नहीं आ पा रही हैै, जितनी उसकी खपत है।