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शिक्षकों ने चुनाव के विरोध में उठाए सुर

पंचायत चुनाव के विरोध में बेसिक शिक्षा परिषद के शिक्षकों ने विरोध के सुर तेज हो गए हैं।

By JagranEdited By: Published: Sun, 25 Apr 2021 08:57 PM (IST)Updated: Sun, 25 Apr 2021 08:57 PM (IST)
शिक्षकों ने चुनाव के विरोध में उठाए सुर
शिक्षकों ने चुनाव के विरोध में उठाए सुर

जासं, अलीगढ़ : पंचायत चुनाव के विरोध में बेसिक शिक्षा परिषद के शिक्षकों ने विरोध के सुर तेज कर दिए हैं। अन्य जिलों में ड्यूटी पर लगे शिक्षकों को कोरोना संक्रमण होने की घटनाओं से शिक्षकों ने ये फैसला किया है। उनका कहना है कि अगले चरणों में होने वाले चुनावों को स्थगित किया जाए। शिक्षकों को संक्रमण हो रहा है, कई शिक्षकों की जानें भी गई हैं। इसलिए मांग की जा रही है कि शिक्षकों की जान की परवाह करते हुए चुनावों को स्थगित किया जाए।

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प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलामंत्री मुकेश कुमार सिंह ने कहा कि अन्य शिक्षक संगठनों के पदाधिकारियों के साथ भी इस संबंध में चर्चा की गई है। मुख्यमंत्री तक को ट्वीट कर चुनाव स्थगन की मांग की गई है। अगर मांग नहीं मानी गई तो शिक्षक ड्यूटी बहिष्कार के लिए बाध्य होंगे। राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के जिला महामंत्री सुशील कुमार शर्मा ने कहा कि जब कोरोना संक्रमण इतना बढ़ा है, स्कूल-कालेज सब बंद हैं तो चुनावों को स्थगित क्यों नहीं किया जा रहा है? शासन-प्रशासन के सामने ट्वीट व पोर्टल के जरिये मांग रखी है। अगर जल्द शिक्षक हित में फैसला नहीं किया गया तो शिक्षक चुनाव ड्यूटी का बहिष्कार भी कर सकते हैं।

डीएलएड 2021 के प्रवेश पर कोरोना का 'ताला': डिप्लोमा इन एलीमेंट्री एजुकेशन (डीएलएड) 2021 में प्रवेश पर कोरोना का 'ताला' लग गया है। अभी इसमें प्रवेश शुरू होने के आसार भी नहीं हैं। प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षक बनने के प्रशिक्षण पाठ्यक्रम डीएलएड में प्रवेश संबंधी प्रस्ताव फरवरी में ही भेज दिए गए थे। मगर कोरोना काल के चलते इनमें प्रवेश की व्यवस्था नहीं हो पाई है। दो वर्षीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में इस बार बदलावों के साथ प्रवेश के आदेश मार्च में ही जारी होने थे। मगर पंचायत चुनाव व यूपी बोर्ड परीक्षाओं का कार्यक्रम तय न होने से कोर्स लंबे समय तक अटका रहा। इसी तरह डीएलएड 2020 सत्र में भी कोरोना काल के चलते प्रवेश प्रक्रिया नहीं अपनाई जा सकी थी। हालांकि बीएड कोर्स को सशर्त मान्य करने से अभ्यर्थियों में डीएलएड के प्रति रुझान कम हुआ है। डीएलएड के बाद अभ्यर्थी केवल प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षक बन सकते हैं, जबकि बीएड करने के बाद अभ्यर्थी अन्य शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में भी शामिल हो सकते हैं। डिप्टी डायरेक्टर डायट डा. इंद्रप्रकाश सिंह सोलंकी ने कहा कि कोरोना काल से राहत के बाद प्रवेश संबंधी जो भी शासन के आदेश होंगे उनसे अभ्यर्थियों को अवगत कराया जाएगा।


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