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समान अवसरों के अभाव में तकनीकी पिछड़ापन : आनंद

कोचिंग संस्थान 'सुपर-30Ó के संस्थापक व जाने-माने गणितज्ञ आनंद कुमार देश से प्रतिभाओं के पलायन पर चिंतित हैं कहा सरकार, समाज व कंपनियां प्रतिभाओं को अच्छा माहौल, सम्मान व वेतन दें।

By Ashish MishraEdited By: Published: Mon, 27 Mar 2017 07:13 PM (IST)Updated: Mon, 27 Mar 2017 07:23 PM (IST)
समान अवसरों के अभाव में तकनीकी पिछड़ापन : आनंद
समान अवसरों के अभाव में तकनीकी पिछड़ापन : आनंद

अलीगढ़ (जेएनएन)। बिहार के प्रसिद्ध कोचिंग संस्थान 'सुपर-30Ó के संस्थापक व जाने-माने गणितज्ञ आनंद कुमार देश से प्रतिभाओं के पलायन पर चिंतित हैं। उनका कहना है कि सरकार, समाज व कंपनियां जब तक प्रतिभाओं को अच्छा माहौल, सम्मान व वेतन नहीं देंगी, यह चलता रहेगा। दबाव डालकर आप किसी को नहीं रोक सकते।  आज धर्मपुर कोर्टयार्ड में दैनिक जागरण की ओर से आयोजित कॅरियर काउंसिलिंग सेमिनार में आए आनंद कुमार ने विशेष बातचीत में कहा कि गांव- देहात में पढऩे वाले हिंदी माध्यम के गरीब बच्चों को आइआइटी जेईई में प्रवेश पाने के मौके नहीं मिल पाते हैं क्योंकि उन्हें वो इंफ्रास्ट्रक्चर नहीं मिल पाता, जो शहरों में अमीर छात्रों को मिलता है। एनसीआरटी भी अच्छी पुस्तकों का हिंदी में अनुवाद कराए। स्कूल हों या तकनीकी संस्थान शिक्षा में अधूरापन है। खुद शिक्षकों की शिक्षा भी ऐसी नहीं है कि वे छात्रों को गहराई से प्लस व मल्टीप्लाई का फार्मूला समझा सकें।
सिलेबस में खामियां : उन्होंने कहा कि आइआइटी प्रवेश परीक्षा में खामियां हैं। पूरे देश में परीक्षा का सिलेबस एक है, मगर इसमें बैठने वाले विभिन्न बोर्ड के विद्यार्थियों की पढ़ाई सिलेबस अलग होता है। तमाम विद्यार्थियों की असफलता का बड़ा कारण यही है। केंद्र सरकार को पूरे देश में समान शिक्षा प्रणाली लागू करनी चाहिए। एक देश, एक सिलेबस व एक परीक्षा से ज्यादा प्रतिभाएं सामने आएंगी। परीक्षा में दो की बजाय तीन मौके दिए जाने चाहिए। सिलेबस नौवीं व 10वीं जैसा होना चाहिए।
कंप्यूटर जरूरी : आनंद बोले, 'जब मैं छोटा था तो कंप्यूटर आया। देखा लोग कंप्यूटर के विरोध में धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं। कंप्यूटर से बेरोजगारी बढऩे की आशंका जता रहे थे, मगर आज कंप्यूटर के बिना जीवन ही अधूरा है। कोई विभाग ऐसा नहीं है, जहां कंप्यूटर न हो। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के डिजिटल इंडिया प्रोग्र्राम से अंतिम व्यक्ति तक तकनीक पहुंचने की शुरुआत हो गई है। 
रुकेंगे अपराध : आनंद ने बताया कि डिजिटल इंडिया से शिक्षा व कौशल का विकास होगा। अपराध रोकने में मदद मिलेगी। पुलिस को किसी गाड़ी या फिर हथियार रखने वाले का एक क्लिक में पता चल सकेगा।
मेक इन इंडिया की तारीफ : गुरु आनंद ने केंद्र सरकार के 'मेक इन इंडिया की तारीफ की। कहा, इसे साकार करने के लिए ज्यादा से ज्यादा पेशेवर चाहिए जो बेरोजगारों तक तकनीक को पहुंचाएं। कौशल विकास मिशन भी अच्छा प्रयास है। 

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