एएमयू छात्रों को भड़काने पर सोशल एक्टिविस्ट डॉ. कफील के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज Aligarh News
पुलिस पल-पल का इनपुट लोगों से ले रहे है। इसी से जोड़कर गोरखपुर के सोशल एक्टिविस्ट डॉ.कफील के खिलाफ थाना सिविल लाइन में एएमयू छात्रों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज हुई है।
अलीगढ़ [जेएनएन]। एएमयू में हुए बवाल को लेकर पुलिस महकमा बेहद गंभीर है। बवाल क्यों हुआ इसको लेकर पुलिस पल-पल का इनपुट लोगों से ले रहे है। इसी से जोड़कर गोरखपुर के सोशल एक्टिविस्ट डॉ.कफील के खिलाफ थाना सिविल लाइन में एएमयू छात्रों को भड़काने व धार्मिक भावनाएं आहत करने का आरोप लगाते हुए रिपोर्ट दर्ज हुई है।
एएमयू में आए डॉ. कफील ने कहा अलीगढ़ को लीडर बनना होगा
नागरिकता संशोधन विधेयक (कैब) के विरोध में एएमयू में गुरुवार को प्रदर्शन किया गया। इसमें छात्राएं भी शामिल हुईं। इस दौरान बाबे सैयद गेट पर हुई सभा में गोरखपुर के डॉ. कफील खान ने समर्थन किया। डॉ. कफील ने कहा किए राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) संविधान को मानने वाली नहीं बल्कि नफरत की विचारधारा को फैलाने वाली है। भीड़ ङ्क्षहसा सरकार की सोची समझी साजिश है। इसकी आड़ में वो मुस्लिमों को डरा नहीं पाएगी। उन्होंने कहा कि हमने भारत की संस्कृति में हमेशा पढ़ा व सुना है कि न ङ्क्षहदू बनेगा न मुसलमान बनेगा, इंसान की औलाद है इंसान बनेगा। मगर कैब लाकर मोटा भाई (अमित शाह) कह रहे हैं कि ङ्क्षहदू तो ङ्क्षहदू बनेगा व मुसलमान मुस्लिम ही बनेगा। जिनके कपड़े खुद खून से सने हों वो बाबा साहब के संविधान को क्या समझेंगे?
कैब के जरिए बताया कि हम किराएदार हैं
डॉ. कफील ने कहा कि, सरकार ने कैब के जरिए ये बताया है कि, हम किराएदार हैं। ऐसा ही पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों को भी किराएदार होने का आभास कराया गया है। मगर इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। ये हम सबके वजूद की लड़ाई है। अलीगढ़ को इसमें लीडर बनना होगा।