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बेटियों का अटका प्रशिक्षण, अब प्रतियोगिताओं पर भी ग्रहण का खतरा

अलीगढ़ जागरण संवाददाता। बेटियों की सुरक्षा व उनको आत्मनिर्भर बनाने के लिए शासन की ओर से कई कार्यक्रम कराए जा रहे हैं। मिशन शक्ति अभियान भी चलाया गया। इसके तहत छात्राओं व बेटियों को आत्मरक्षा के गुर सिखाने की पहल की गई।

By Anil KushwahaEdited By: Published: Sat, 27 Nov 2021 06:22 AM (IST)Updated: Sat, 27 Nov 2021 06:30 AM (IST)
बेटियों का अटका प्रशिक्षण, अब प्रतियोगिताओं पर भी ग्रहण का खतरा
मिशन शक्‍ति के तहत तमाम विद्यालयों में बेटियों को आत्मरक्षा का प्रशिक्षण दिया गया है।

अलीगढ़, जागरण संवाददाता। बेटियों की सुरक्षा व उनको आत्मनिर्भर बनाने के लिए शासन की ओर से कई कार्यक्रम कराए जा रहे हैं। मिशन शक्ति अभियान भी चलाया गया। इसके तहत छात्राओं व बेटियों को आत्मरक्षा के गुर सिखाने की पहल की गई। मगर कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में सभी बेटियों को प्रशिक्षण नहीं दिलाया जा सका है। साथ ही अब ब्लाक, जिला व मंडलस्तरीय खेलकूद प्रतियोगिताओं पर भी असमंजस के बादल मंडरा रहे हैं। क्योंकि प्रतियोगिता कराने के संबंध में आदेश-निर्देश तो जारी हो गए हैं लेकिन प्रतियोगिता कराने के लिए बजट अभी भी जारी नहीं किया गया है।

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सभी स्‍कूलों में खेल प्रतियोगिता कराने के आदेश आए

बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में ब्लाक से मंडलस्तर तक की खेलकूद प्रतियोगिता कराने के आदेश आए। नवंबर के आखिरी सप्ताह में इसका आयोजन होना है। अधिकारियों की ओर से जिलास्तर पर आयोजन कराने के निर्देश भी जारी किए गए। मगर शासनस्तर से कोई बजट अभी तक जारी नहीं किया गया है। जिला पीटीआइ सुशील कुमार शर्मा ने बताया कि प्रतियोगिताओं के लिए 35 हजार रुपये बजट मिलता है। मगर अभी इस संबंध में राशि नहीं जारी की जा सकी है। शासनस्तर से ही ये काम होना है। जब तक राशि नहीं आती तब तक आदेशों का पालन तो करना ही होगा। इसलिए किसी तरह प्रतियोगिता कराने की रूपरेखा तैयार की जा रही है।

बालिकाएं प्रशिक्षण से दूर

तमाम विद्यालयों में बेटियों को आत्मरक्षा का प्रशिक्षण दिया गया है। मगर कई विद्यालय अभी भी इस प्रक्रिया से दूर हैं। छात्राओं को ताइक्वांडो सिखाने की व्यवस्था की जानी है। छात्राओं को ताइक्वांडो के विशेषज्ञ प्रशिक्षकों के जरिए इस विधा का ज्ञान कराने के निर्देश शासन से जारी किए गए थे। इसको मिशन शक्ति कार्यक्रम के तहत जोड़कर किया जाएगा। हर छात्रा को यह प्रशिक्षण दिलाया जाना अनिवार्य किया गया है। इसकी रिपोर्ट भी बीएसए कार्यालय में भेजी जाएगी। रिपोर्ट भी फोटो आख्या के साथ देने के निर्देश जारी किए गए हैं। हर कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में ताइक्वांडो के प्रशिक्षण के लिए विशेषज्ञों की उपलब्धता के लिए खेल विभाग से भी संपर्क किया जा रहा है। कोशिश की जा रही है कि बेटियों को ताइक्वांडो के गुर सिखाने के लिए महिला प्रशिक्षक मिल जाएं।

ग्रुप बनाकर दिलाया जाएगा प्रशिक्षण

कोराना संक्रमण के खतरे से बचने के लिए पांच से सात छात्राओं के ग्रुप बनाकर दूर-दूर खड़ा कर प्रशिक्षण देने पर विचार किया जा रहा है। छात्राओं की कोरोना जांच कराने के निर्देश भी पहले ही जारी किए जा चुके हैं। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग से संपर्क साधा जा रहा है। स्वस्थ्य छात्राओं को एक-दूसरे पर प्रहार करने व आत्मरक्षा के गुर सिखाए जाएंगे।

इनका कहना है

बीएसए सतेंद्र कुमार ढाका ने कहा कि हर ब्लाक से सूची तैयार कराई जाएगी। इससे पता चलेगा कि किन विद्यालयों में प्रशिक्षण नहीं कराया गया है। जहां प्रशिक्षण की व्यवस्था नहीं हो सकी है वहां इसकी व्यवस्था कराई जाएगी।


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