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एसटीएफ ने रोडवेज टिकट माफिया से मुठभेड़ में 11 दबोचे, रैकेट का पर्दाफाश

प्रदेश में सक्रिय रोडवेज टिकट माफिया के रैकेट का पर्दाफाश कर आगरा एसटीएफ ने मुठभेड़ में इगलास से 11 शातिरों को गिरफ्तार किया है।

By Nawal MishraEdited By: Published: Tue, 21 Aug 2018 11:12 PM (IST)Updated: Wed, 22 Aug 2018 11:11 AM (IST)
एसटीएफ ने रोडवेज टिकट माफिया से मुठभेड़ में 11 दबोचे, रैकेट का पर्दाफाश
एसटीएफ ने रोडवेज टिकट माफिया से मुठभेड़ में 11 दबोचे, रैकेट का पर्दाफाश

अलीगढ़ (जेएनएन)। प्रदेश के कई जिलों में सक्रिय रोडवेज टिकट माफिया के रैकेट का पर्दाफाश कर आगरा एसटीएफ ने मुठभेड़ में इगलास से 11 शातिरों को गिरफ्तार किया है। इनमें चार चालक, परिचालक और बाकी बाउंसर हैं। रोडवेज की दो बसों को कब्जे में लेकर एसटीएफ ने हथियार, नकदी आदि सामान बरामद किया है। ये गिरोह यात्रियों को फर्जी टिकट थमाकर जेब गर्म करता था। गिरफ्तार लोगों में कर्मचारी यूनियन के पदाधिकारी भी हैं। गिरोह की धरपकड़ के लिए परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक ने पुलिस महानिरीक्षक एसटीएफ अमिताभ सिंह से सहयोग मांगा था। इसकी जिम्मेदारी लखनऊ एसटीएफ के एसएसपी अभिषेक सिंह को सौंपी गई।

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गिरोह के पीछे मेरठ, आगरा एसटीएफ यूनिट को लगा दिया गया। एसपी देहात मणिलाल पाटीदार के मुताबिक मंगलवार सुबह सूचना पर आगरा एसटीएफ की टीम इगलास-राया मार्ग पर रोडवेज बसों की सुरागरशी में जुट गई। दोपहर के मथुरा डिपो की बस (यूपी 85 एए 9036) व (यूपी 85 एएच 9600) में टीम के चार-चार सदस्य यात्री बनकर बस में सवार हो गए। फर्जी टिकट मिलने पर परिचालक को टोक दिया तो वह झगडऩे लगा। टीम अपने असली रूप में आ गई। परिचालक ने फोन कर कस्बे के चौराहे पर अपने साथियों को बुला दिया। बस चौराहे पर पहुंची तो ये लोग टीम का विरोध करने लगे, तब एसटीएफ के जवानों ने दो-तीन राउंड हवाई फायर कर इन्हें खदेड़ दिया। दूसरी ओर से एक फायर किया गया। इसी दौरान एक बस दौड़ गई। पीछे लगी टीम ने बस पर फायर कर इसे रुकवाया और चालक व अन्य लोगों को गिरफ्तार कर लिया। 

10 साल से सक्रिय है गैंग

सीओ श्याम कांत व इंस्पेक्टर हरीश वर्धन के मुताबिक गैंग का मास्टर माइंड देवेंद्र सिंह निवासी पिलखुनी राया, मथुरा उत्तर प्रदेश परिवहन निगम कर्मचारी एकता संघ का उपाध्यक्ष है। वहीं, मेघ सिंह करील मुरसान हाथरस उत्तर प्रदेश परिवहन निगम कर्मचारी एकता संघ का अध्यक्ष है। दोनों ही पिछले 10 साल से हाथरस, मथुरा, हाथरस, सादाबाद रूट पर 40-50 बसों में यात्रियों को फर्जी टिकट देते थे। जिससे करोड़ों की राजस्व हानि हो रही थी। मौके से अशोक निवासी  नगला नेचला व सोनू निवासी इगलास फरार हो गए। सभी के खिलाफ इगलास कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया गया है। 

गिरफ्तार अभियुक्त

देवेंद्र निवासी पिलखुनी राया मथुरा, मेघ सिंह निवासी करील मुरसान हाथरस, ओमवीर निवासी असाबर इगलास, खेम सिंह निवासी दातुन नगरिया इगलास, अरविंद निवासी गढ़ा खेड़ा गौंडा, रविंद्र सिंह हकीमपुर हाईवे मथुरा, शिवराम, रवि तोमर निवासी नगला जमुनी बल्देव मथुरा, कुशलपाल निवासी रामपुर बकटरा इगलास, ज्ञानेंद्र सिंह निवासी अतुर्रा गौंडा, बांके बिहारी निवासी मावली जमुनापार मथुरा को गिरफ्तार किया है। इनके पास से एक वैगनआर कार, रोडवेज की दो बसें, 315 बोर का तमंचा, एक खोखा, नौ मोबाइल, 23,750 रुपये, आधार कार्ड, पासबुक, एटीएम कार्ड आदि दस्तावेज बरामद हुए हैं।


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