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प्रदेश सरकार ने बढ़ाया गन्‍ना मूल्‍य, किसानों काेे नहीं आया रास Aligarh news

प्रदेश सरकार ने गन्ना मूल्य 25 रुपये बढ़ाया है। इससे किसान नाराज हैं। उनकी मांग है गन्ना मूल्य 75 रुपये प्रति कुंतल बढ़ाकर 400 रुपये किया जाए। किसान नेताओं का कहना है कि गन्ना किसानों को इससे कोई लाभ नहीं होगा। लागत ही काफी आती है।

By Anil KushwahaEdited By: Published: Mon, 27 Sep 2021 10:46 AM (IST)Updated: Mon, 27 Sep 2021 10:46 AM (IST)
प्रदेश सरकार ने बढ़ाया गन्‍ना मूल्‍य, किसानों काेे नहीं आया रास Aligarh news
मिल का जायजा लेने पहुंचे पूर्व सांसद व सपा नेता चौ. बिजेंद्र सिंह।

अलीगढ़, जागरण संवाददाता। प्रदेश सरकार ने गन्ना मूल्य 25 रुपये बढ़ाया है। इससे किसान नाराज हैं। उनकी मांग है गन्ना मूल्य 75 रुपये प्रति कुंतल बढ़ाकर 400 रुपये किया जाए। किसान नेताओं का कहना है कि गन्ना किसानों को इससे कोई लाभ नहीं होगा। लागत ही काफी आती है।

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सरकार ने अपना वादा नहीं निभाया

जनपद में 4500 हेक्टेयर में गन्ने की खेती होती है। गन्ने का मूल्य 325 रुपये प्रति कुंतल तय था। किसान इसे बढ़ाकर 400 रुपये प्रति कुंतल की मांग कर रहे हैं। भाकियू (भानु) के प्रदेश महासचिव डा. शैलेंद्रपाल सिंह ने बताया कि सत्ता की बागडोर संभालने के बाद मुख्यमंत्री ने गन्ना किसानों काे राहत देने की बात कही थी। किसानों की आय दोगुना करने का दावा किया गया। लेकिन, जनपद में गन्ना किसानों को कोई राहत नहीं मिल सकी है। 25 रुपये बढ़ाकर सरकार ने गन्ना मूल्य 350 रुपये प्रति कुंतल कर दिया है। इससे किसानों का बहुत ज्यादा लाभ नहीं होने वाला। 305 रुपये प्रति कुंतल तो फसल लागत ही आती है। एक हेक्टेयर में करीब 70 कुंतल गन्ना होता है। 45 रुपये प्रति कुंतल के हिसाब से किसानों को मिले। इससे उनकी आय कैसे दोगुनी होगी। प्रति कुंतल 400 रुपये किसानों को मिलता तो लाभ होता। जनपद के गन्ना किसान साथा चीनी मिल बंद होने से वैसे ही परेशान हैं। गन्ने का रकबा आधा रह गया है। किसान नवाब सिंह ने कहा कि सरकार साथा चीनी मिल को दुरुस्त नहीं करा पा रही। इसके लिए बजट जारी नहीं किया जा रहा, जबकि अन्य कार्यों के लिए काफी बजट दिया जा रहा है। 25 रुपये गन्ना मूल्य बढ़ाने से किसानों का कोई भला नहीं होने वाला। किसान सतीश तोमर ने कहा कि लागत के आधार पर गन्ने का मूल्य तय किया जाना चाहिए। चीनी मिल भी बंद पड़ी है। ऐसे में गन्ना किसानों को काफी नुकसान हो रहा है। गन्ने की खेती छोड़कर किसान अन्य फसलों की ओर रुख कर रहे हैं।

साथा चीनी मिल पर गुमराह कर रहे अफसर

अलीगढ़ । पूर्व सांसद व सपा नेता चौ. बिजेंद्र सिंह ने कहा कि साथा चीनी मिल पर स्थानीय अफसर मुख्यमंत्री को गुमराह कर रहे हैं। मुख्यमंत्री को बताया गया कि मिल चालू है, जबकि पिछले दो साल से मिल बंद पड़ी है। रविवार को मिल का जायजा लेने पहुंचे पूर्व सांसद ने यह भी कहा कि मिल की मरम्मत के लिए मिले बजट का बंदरबांट कर 50 करोड़ रुपये और मांगे जा रहे हैं।

अक्‍टूबर से पेराई सत्र शुरू होने की बात कही गयी है

पूर्व सांसद ने बताया कि मुख्यमंत्री ने एक अक्टूबर से पैराई सत्र शुरू होने की बात कही है। यहां चीनी मिल बंद पड़ी है, गन्ना की पैराई के लिए किसान फिर परेशान होंगे। सरकार ने पिछले चार साल में गन्ने पर मात्र 40 रुपये प्रति कुंतल बढ़ाए हैं। बकाया भुगतान अब तक नहीं किया गया। सरकार में नैतिकता है तो चीनी मिल की नई यूनिट लगाने के लिए 500 करोड़ रुपये आवंटित करे और बकाया भुगतान की घोषणा की जाए। हरदुआगंज तापीय परियोजना और हवाई अड्डे के नाम पर किसान, मजदूरों को अपमानित न किया जाए। पूर्व सांसद के साथ फुरकान मिर्जा, नासिर गाजी, शिवम बघेल व लोकेश चौधरी भी थे।


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