डीजीपी कार्यालय के एसपी कार्मिक ने दो मुकदमों में दी गवाही, क्या था मामला, पढ़ें विस्तृत खबर
SP in DGP office एडीजे एससी-एसटी की विशेष अदालत में शुक्रवार को 23 साल पुराने दो मुकदमों में गवाही देने के लिए लखनऊ के डीजीपी कार्यालय में एसपी कार्मिक तेज स्वरूप यहां आए। दोनों मुकदमों में उनकी गवाही कराई गई है।
अलीगढ़, जागरण संवाददाता। एडीजे एससी-एसटी की विशेष अदालत में शुक्रवार को 23 साल पुराने दो मुकदमों में गवाही देने के लिए लखनऊ के डीजीपी कार्यालय में एसपी कार्मिक तेज स्वरूप यहां आए। दोनों मुकदमों में उनकी गवाही कराई गई है।
यह है मामला
विशेष लोक अभियोजक चमन प्रकाश शर्मा ने बताया कि पहला मुकदमा वर्ष 1999 में इगलास थाने में मारपीट व धमकी देने की धारा में निरंजन के खिलाफ हुआ था। उस समय आइपीएस तेज स्वरूप सिंह सीओ इगलास के पद पर तैनात थे। इसी तरह दूसरा मुकदमा टप्पल थाना में वर्ष 2000 में दुष्कर्म के मामले में दर्ज हुआ था। तब आइपीएस तेज स्वरूप सीओ खैर थे। दोनों मुकदमों में तेज स्वरूप विवेचक रहे, जो अब लखनऊ के डीजीपी कार्यालय में एसपी कार्मिक हैं। अदालत ने इन्हें गवाही के लिए बुलाया था। ऐसे में एसपी कार्मिक तेज स्वरूप शुक्रवार को अदालत में उपस्थित हुए। विशेष लोक अभियोजक ने बताया कि दोनों मुकदमों में गवाही पूरी हो चुकी है।