Aligarh civic elections : बेटा बन गया पिता, देवर बन गया पति, वाह से मतदाता सूची
Aligarh civic elections निकाय चुनाव करीब है। इसके लिए जोर शोर से तैयारियां चल रही हैं लेकिन अनंतिम मतदाता सूची में बड़ा गड़बड़झाला सामने आ रहा है। मतदाताओं के रिश्तों को ही बदल दिया गया है। बेटे को पिता बना दिया गया तो देवर को पति।
अलीगढ़, जागरण संवाददाता। Aligarh civic elections : निकाय चुनाव की अनंतिम मतदाता सूची में बड़ा गड़बड़झाला सामने आ रहा है। किसी बूथ पर जिंदा लोगों को मृत दिखाया गया है तो किसी पर आवेदनों के बाद भी नाम ही शामिल नहीं हुए हैं। मतदाताओं के रिश्तों को भी बदल दिया गया है। बेटे को बाप और बाप को बेटा दिखा दिया गया है। पति की जगह देवर का नाम कर दिया गया हैं। अगर सात नवंबर तक इन खामियों में सुधार नहीं हुआ तो हजारों लोग मतदान से वंचित रह सकते हैं। 2017 के निकाय चुनाव में भी इसी तरह की लापरवाही हुई थी।
केस -1
शहर के विष्णुपुरी निवासी भाजपा नेता मानव महाजन के परिवार के वोटों में ही खामियों का अंबार है। वार्ड नंबर 58 में इनकी पत्नी मोनिका के नाम के आगे पति के नाम की जगह छोटे भाई विशाल का नाम लिखा हुआ है। जबकि, पिछले चुनाव तक वोट पर नाम ठीक था।
केस -2
क्वार्सी क्षेत्र का स्वर्ण जयंती जयंती नगर शहर का प्रमुख और पाश इलाका है। इसमें नई आबादी भी तेजी से बढ़ रही है, लेकिन मतदाता सूची में पुराने मतदाताओं के नामों में ही बदलाव हो गया है। रवि किशन नाम के मतदाता के पिता का नाम बदल गया है। तमाम लोगों के वोट भी नहीं जुड़ पाए हैं।
केस - 3
सारसौल क्षेत्र निवासी विनीत सारस्वत ने डीएम को एक शिकायती पत्र दिया है। इसके माध्यम से इन्होंने मतदाताओं के क्षेत्र बदले जाने का आरोप लगाया है। इनका कहना है कि गुरु रामदास नगर, एडीए कालोनी, साईं विहार नक्शे के हिसाब से वार्ड नंबर 40 में हैं, लेकिन गलती से इन क्षेत्र के लोगों के वोट वार्ड नंबर 32 में पहुंच गए हैं।
इस बार सात नई नगर पंचायतें
2017 के चुनाव में जिले में कुल 12 नगरीय निकायों में मतदान हुआ था, लेकिन इस बार सात और नई नगर पंचायतें बन गई हैं। ऐसे में 19 नगर पंचायतों में दिसंबर में निकाय चुनाव प्रस्तावित हैं। इसको लेकर प्रशासनिक तैयारी जोरों पर चल रही हैं। 31 अक्टूबर को जिले में मतदाता सूची का अनंतिम प्रकाशन कर दिया गया है लेकिन इसमें खामियों के अंबार हैं। हजारों लोगों के नाम गायब होने के साथ ही मतदाताओं के रिश्ते भी बदल गए हैं। तमाम लोगों के पति व पिता के नाम में बदलाव हो गया है। अब लोग इसे संशोधन कराने के लिए बूथों पर पहुंच रहे हैं तो बीएलओ के दर्शन तक नहीं हो रहे हैं। ऐसे में परेशानी और बढ़ गई है।
सात नवंबर तक दर्ज कराएं आपत्ति
राज्य निर्वाचन आयोग के मुताबिक सात नवंबर तक अनंतिम मतदाता सूची पर आपत्ति दर्ज कर सकते हैं। मतदाता सूची नगर निगम, नगर पंचायत कार्यालयों और कार्यालय निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी कार्यालयों में देखी जा सकती है। अगर किसी को अपना नाम शामिल करना है या किसी तरह का संशोधन कराना है तो संबंधित मतदान केद्रों पर बीएलओ के सामने भी आवेदन कर सकते हैं। आठ से 12 नवंबर तक दावे और आपत्तियों का निस्तारण होगा। 14 से 17 नवंबर तक पूरक सूची बनेगी। 18 नवंबर को अंतिम प्रकाशन होगा। गुरुवार को आनलाइन मतदाता बनने का अंतिम दिन था।
इनका कहना है
मतदाता सूची का अभी अनंतिम प्रकाशन हुआ है। कोई भी व्यक्ति सात नवंबर तक दावे एवं आपत्ति दर्ज करा सकता है। 18 नवंबर को अंतिम प्रकाशन होना है।
- कौशल कुमार, सहायक निर्वाचन अधिकारी